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शोध के जरिए पर्यावरण संरक्षण का वैकल्पिक मॉडल तैयार करेंगे

पर्यावरण संरक्षण के लिए शोधकर वैकल्पिक मॉडल तैयार किया जाएगा।

By Edited By: Published: Sun, 03 Jun 2018 06:58 PM (IST)Updated: Mon, 04 Jun 2018 12:02 PM (IST)
शोध के जरिए पर्यावरण संरक्षण का वैकल्पिक मॉडल तैयार करेंगे
शोध के जरिए पर्यावरण संरक्षण का वैकल्पिक मॉडल तैयार करेंगे

दुमका। झारखंड की उपराजधानी दुमका के सिदो-कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार गठित ईको क्लब के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के लिए शोधकर वैकल्पिक मॉडल तैयार किया जाएगा। खास बात यह है कि यह वैकल्पिक मॉडल विकास और पर्यावरण के बीच संतुलित तालमेल पर काम करेगा। ईको टास्क फोर्स ना सिर्फ विश्वविद्यालय स्तर पर काम करेगा बल्कि समाज को पर्यावरण को लेकर भी जागरूक करने में अहम भूमिका निभाएगा।

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ईको क्लब के सदस्य इस पर ज्यादा जोर देंगे कि पर्यावरण संरक्षण सिर्फ सरकार का दायित्व नहीं है यह हमारा संवैधानिक व मौलिक कर्तव्य भी है। विश्वविद्यालय का ईको टास्क फोर्स सरकार को उसके पर्यावरण संरक्षण के कार्यो में सहयोग करेगा। इस वर्ष के विश्व पर्यावरण दिवस का मुख्य थीम प्लास्टिक से जंग रखा गया है जिसके माध्यम से क्लब के सदस्य अपने सपने को साकार करने धरातल पर कदम रखेंगे। तयशुदा ब्लू ¨प्रट के तहत टास्क फोर्स इस जंग में सक्रिय रूप से भाग लेकर दुमका शहर को प्लास्टिक मुक्त करने में महती भूमिका निभाएगा। ईको टास्क फोर्स के संयोजक व वनस्पति विज्ञान के विभागाध्यक्ष डा. संजय सिन्हा कहते हैं कि अब तक विश्वविद्यालय के 50 छात्र-छात्राएं अपना नाम दर्ज करा चुके हैं। विश्वविद्यालय के इस अनूठे पहल को लेकर छात्रों में जबरदस्त उत्साह का माहौल है। कहा कि चार जून को विश्वविद्यालय के कुलपति व पर्यावरणविद् प्रो. मनोरंजन प्रसाद सिन्हा ईको टास्क फोर्स के सदस्यों से मिलेंगे और पांच जून को विश्व पर्यावरण दिवस पर विश्वविद्यालय में ईको क्लब के संग पर्यावरण से संबंधित मसले पर एक संगोष्ठी की जाएगी। इसी दिन से ईको क्लब विधिवत काम करना शुरू कर देगी। डॉ. संजय ने कहा कि वे खुद इसके लिए ब्लू ¨प्रट तैयार करने में लगे हैं।

ये हैं ईको क्लब के सदस्य
समेस्टर एक के योगेश कुमार ¨सह, काजल कुमारी, सरिता कुमारी, पूजा कुमारी, नेहा कुमारी, रंजित मरांडी, भोला कुमार, लाडली कुमारी, समेस्टर टू के राजेंद्र मुर्मू, आरती कुमारी, मिथिलेश मरांडी, श्यामल पंडित, सचिदानंद मंडल, ¨रटू धीवर एवं समेस्टर तीन की सरिता कुमारी, मो. वसीम अख्तर, बेबी हांसदा, सुनीता मरांडी, मेरिनिली मरांडी, दासो मुर्मू, रीना कुमारी, मुकेश ओझा, अख्तरी बेगम, स्नेहा कुमारी, फरहत अहसन, फरहा नाज रूपा कुमारी, रोहित दास, ब्यूटी मंडल, देवराज मुर्मू, खुशबू, प्रेरणा हेम्ब्रम, अल्ती मिर्धा, भादू यादव, रुचिश्री, रीमा कुमारी, चंद्रप्रिया, अनुराधा कुमारी, विनीता किस्कू, प्रियंका हेम्ब्रम, विश्वनाथ सोरेन, विनीत कुमार ¨सह, स्टेनशिला हांसदा, सुसंना मरांडी, धानी किस्कू, निकिता हेम्ब्रम, विश्वनाथ सोरेन, सद्दाम अंसारी, संतोष सोरेन, सुशीला हांसदा, प्रमिला सोरेन, सुनीता सोरेन, प्रेमलता टुडू, शकुंतला किस्कू का नाम शुमार है। वर्जन पर्यावरण संरक्षण सबसे बड़ी चुनौती है। विवि प्रबंधन की मंशा है कि युवा पर्यावरण संरक्षण के वाहक बनें। तयशुदा ब्लू ¨प्रट के तहत पर्यावरण संरक्षण के लिए वैकल्पिक शोध कर मॉडल तैयार करने पर विशेष जोर दिया जाएगा। जन जागरूकता के लिए ईको क्लब की भूमिका प्रभावी व अहम होगी।
प्रो.मनोरंजन प्रसाद सिन्हा, कुलपति, सिदो-कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय।


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