मां के दूध में बीमारियों से लड़ने की शक्ति
वारा विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया गया जिसके तहत क्लब द्वारा शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के महिलाओं के बीच जागरूकता अभियान चलाया गया।
मां के दूध में बीमारियों से लड़ने की शक्ति
जागरण संवाददाता, दुमका : लायंस क्लब संताल परगना की ओर से रविवार को विश्व स्तनपान सप्ताह के तहत शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के महिलाओं के बीच जागरूकता अभियान चलाया गया। सदस्यों ने फूलों-झानो मेडिकल कालेज व भारती अस्पताल में भर्ती सभी महिलाओं को स्तनपान कराने से मां और नवजात शिशु के होने वाले फायदे के बारे में बताया। अध्यक्ष पवन केसरी ने कहा कि स्तनपान नवजात शिशु को कुपोषण व अतिसार जैसी बीमारियों से बचाता है। स्तनपान को बढ़ावा देकर शिशु मृत्यु दर में कमी लायी जा सकती है। शिशुओं को जन्म से छह माह तक केवल मां का दूध पिलाना चाहिए। सचिव मनोज कुमार घोष ने कहा कि शिशु और माताओं दोनों के लिए स्तनपान के लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए किया जाता है। पूर्व अध्यक्ष अमिता रक्षित ने कहा कि मां का दूध अमृत के समान है। इसलिए स्तनपान करने वाले बच्चों में एलर्जी की संभावना कम होती है। रमण कुमार वर्मा ने बताया कि मां के दूध में जरूरी पोषक तत्व एंटीबाडी हार्मोन प्रतिरोध कारक और आक्सीडेंट होता है, जो नवजात शिशु के बेहतर विकास और स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।