नदी सूखी, पोखर का पानी पीना विवशता
दलाही अभी गर्मी का आगाज ही हुआ है और तालाब नदी सूखने लगे हैं। चापाकल भी जवाब देने लगा है। मसलिया प्रखंड के मसानजोर गांव टोला गोटीडीह ऊपर टोला के 30 घरों में पेयजल संकट गहराया हुआ है।
दलाही : अभी गर्मी का आगाज ही हुआ है और तालाब नदी सूखने लगे हैं। चापाकल भी जवाब देने लगा है। मसलिया प्रखंड के मसानजोर गांव टोला गोटीडीह ऊपर टोला के 30 घरों में पेयजल संकट गहराया हुआ है। 200 से अधिक घर चापाकल खराब होने के कारण प्रभावित है। रविवार को बाल्टी रखकर महिलाओं ने सरकार को दुखड़ा सुनाया। गांव में दलित व आदिवासी भी हैं जिन्हें पीने के लिए साफ पानी नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि बैल बकरी व पालतू जानवरों को पिलाने के लिए 2 किलोमीटर दूरी एक पोखर जाना पड़ता है। महिलाएं पानी के लिए तू-तू मैं-मैं कर रही है। पानी के लिए कई बार गांव में झगड़ा भी हो चुका है। ग्रामीण दीनबंधु मंडल ने बताया कि मसानजोर गांव के टोला पड़ जाने के कारण यह गांव पिछड़ा पड़ा हुआ है। पेयजलापूíत के लिए चयन प्रक्रिया में टोला का नाम नहीं है। मुखिया को कहने पर कोई बात नहीं सुनता है। एक घंटा चलाने के बाद चापाकल से एक बाल्टी पानी निकलता है। पानी का स्तर नीचे हो गया है और पाइप ऊपर है इससे यह चापाकल अंतिम स्थिति में है, अन्य कोई चापाकल नहीं है। एक अन्य चापाकल की नितांत आवश्यकता है पर किसी का ध्यान इस ओर नहीं है। सभी लोग वोट के लिए परेशान हैं। टिकलाल मंडल, प्रभु मंडल, उत्तम मंडल, गोविद मंडल, राजेश मंडल, कृष्णा मंडल, गोल्डेन मंडल, जगन्नाथ मंडल, चंदन मंडल, वसंत मंडल, रंजीत मंडल, छक्को मंडल, बटूल मंडल, दिलीप मंडल, लखाय मंडल, नारायण मंडल, अरुण गोपाल, मंडल छबीलाल महतो, सामा महतो, आनंद गोपाल महतो, सुशील महतो, संतोष शीला सोरेन, चुड़का सोरेन, बलदेव मरांडी, दुदीन सोरेन, कांतिलाल, सुनील देवनंदन, मनोरंजन, रामचंद्र सोरेन, नागौर मंडल, गुणाधर, विशंभर, महावीर, पूरण इत्यादि सैकड़ों ग्रामीणों ने चापाकल बढ़ाने की मांग की।