नक्सल प्रभावित गोपीकांदर में चल रहे दर्जनों अवैध क्रशर
दुमका : दुमका जिले के नक्सल प्रभावित गोपीकांदर थाना क्षेत्र में अवैध ढंग से एक दर्जन से ज्यादा खदान एवं करीब 64 क्रशर संचालित हो रहे हैं। जबकि खनन विभाग के दस्तावेज में पूरे गोपीकांदर प्रखंड में मात्र पांच खदान और 11 क्रशर ही लाइसेंसी हैं।
दुमका : दुमका जिले के नक्सल प्रभावित गोपीकांदर थाना क्षेत्र में अवैध ढंग से एक दर्जन से ज्यादा खदान एवं करीब 64 क्रशर संचालित हो रहे हैं। जबकि खनन विभाग के दस्तावेज में पूरे गोपीकांदर प्रखंड में मात्र पांच खदान और 11 क्रशर ही लाइसेंसी हैं। जानकार बताते हैं कि इन लाइसेंस क्रशर व खदान भी आंवटित क्षेत्र से अधिक भू-भाग का अतिक्रमण कर अवैध धंधा चला रहे हैं। बताते चलें कि अवैध पत्थर उत्खनन व क्रशर के खिलाफ उपायुक्त मुकेश कुमार के निर्देश पर जिला में गठित टास्क फोर्स द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है बावजूद इसके गोपीकांदर समेत जिले में अवैध खनन नहीं थम रहा है। गोपीकांदर प्रखंड के अहरिचुआ में अवैध ढंग से चल रहे एक दर्जन खदान व छह दर्जन से ज्यादा क्रशरों का संचालन विभाग, पुलिस व माफियाओं की मिलीभगत से हो रहा है। बीते दिन अहरिचुआ में अवैध ढंग से खदान, क्रशर व ट्रांसपोíटंग करने के आरोप में पुलिस ने एक बड़े पत्थर कारोबारी अकलू राय को गिरफ्तार किया था। इसकी गिरफ्तारी के बाद विभाग यह मानकर चल रहा था कि अहरिचुआ इलाके में अवैध खनन का कार्य बंद हो जाएगा लेकिन इसके बाद भी यहां बदस्तूर अवैध खनन का कार्य चल रहा है। जानकारों का कहना है कि इन अवैध खदानों में भारी मात्रा में विस्फोटकों का इस्तेमाल किया जा रहा है। सूत्रों पर भरोसा करें तो पुलिस को अवैध विस्फोटक आपूíत करानेवाले कारोबारी के बारे में पता है उसके बावजूद उसपर कार्रवाई नहीं कर रही है।
नक्सल प्रभावित इन इलाकों में हो रहा अवैध धंधा
गोपीकांदर के मूसना में चार अवैध खदान और दो क्रशर, टांयजोर पंचायत के दलदली मौजा जो दलदली चिरापाथर रोड में अवस्थित है वहां दो खदान, छतरचुआ में तीन खदान, रामपुर में तीन खदान समेत इस इलाके के घने जंगलों में खदान व क्रशर धड़ल्ले से संचालित हो रहे हैं।
क्या कहते हैं डीएमओ
जिला खनन पदाधिकारी दिलीप तांती ने गोपीकांदर में चल रहे अवैध खदान व क्रशर के संबध में पूछे जाने पर कहा कि बगैर लाइसेंस के एक भी खदान या क्रशर नहीं चलने दिया जाएगा। विभाग अवैध ढंग से संचालित हो रहे क्रशर व खदान को बंद करने का कार्रवाई करेगी।