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नहर के पानी से डुब गया धान का फसल

फोटो 021 पानी से खेत में बर्बाद हो रहा फसल संवाद सहयोगी, रानीश्वर: दो दशक पहले जब मसानजोर डैम का पा

By JagranEdited By: Published: Fri, 06 Dec 2019 04:21 PM (IST)Updated: Fri, 06 Dec 2019 04:21 PM (IST)
नहर के पानी से डुब गया धान का फसल
नहर के पानी से डुब गया धान का फसल

फोटो 021 पानी से खेत में बर्बाद हो रहा फसल संवाद सहयोगी, रानीश्वर: दो दशक पहले जब मसानजोर डैम का पानी मैदानी इलाके में छोड़ा जाता था तो स्थानीय प्रशासन, जनप्रतिनिधि के बीच मशविरा होता था। आवाम को इससे अवगत करा दिया जाता था। आज वह बात नहीं रह गई है। दो दिन पहले नहर से पानी को छोड़ दिया गया है जिससे खेत में काटकर रखा धान बर्बाद हो रहा है। मसानजोड़ डैम से रबी पटवन हेतु मयूराक्षी बांया तट मुख्य नहर में पानी छोड़ दिया गया है। नहर में पानी छोड़ देने से सदर प्रखंड के रानीबहाल , देवानबाढ़ी, मुढ़जोढ़ा के अलावा रानीश्वर प्रखंड का सादीपुर, कुमीरदहा, हुसैनपुर, तसरकाटा, हकीगतपुर, रांगालिया मौजा के कई खेत में पानी घुस गया है। इन खेतों में कटा हुआ धान रखा हुआ है। सादीपुर के किसान मंटू रामदास, कुमीरदहा के निशित गोराई ने कहा कि बिना पूर्व सूचना के नहर से पानी छोड़ना सरासर गलत है। बीस साल पहले नहर का पानी छोड़ने से पहले विभागीय अभियंता, स्थानीय बीडीओ, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, पंचायत प्रतिनिधि एवं किसानों के साथ बैठक किया जाता था। नहर खोलने की तिथि तय की जाती थी। राज्य गठन के बाद यह परिपाटी बंद हो गयी है। फसल नष्ट हो रहा है और जनता को जर्नादन कहने वाले की नजर तक नहीं गयी है। सिचाई प्रशाखा रानीबहाल के कनीय अभियंता से प्रतिक्रिया जानने की कोशिश असफल रही।

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