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पशु पालनेवाले ग्रामीण कैटल शेड से वंचित

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By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Sep 2018 04:18 PM (IST)Updated: Wed, 19 Sep 2018 04:18 PM (IST)
पशु पालनेवाले ग्रामीण कैटल शेड से वंचित
पशु पालनेवाले ग्रामीण कैटल शेड से वंचित

रानीश्वर : रानीश्वर प्रखंड के गो¨वदपुर पंचायत के आमजोड़ा गांव के एक दर्जन पशुपालक अपने दम पर दूध व छेना का व्यवसाय कर अपनी जीविका चला रहे हैं। यहां के पशुपालक दूध एवं छेना बेचकर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। प्रतिदिन अपराह्न में यहां के पशुपालक रानीश्वर, रघुनाथपुर सदर प्रखंड के रानीबहाल में स्थित दुकानों में छेना बेचने आते हैं। इन पशुपालकों का कहना कि उन्हें दुग्ध उत्पादन के लिए गव्य विकास विभाग से किसी भी तरह का मदद आज तक नहीं मिला है और न ही प्रखंड स्तर से कैटल शेड मिला है। इनके मुताबिक आमजोड़ा ग्वालापाड़ा के आराम घोष, सीताराम घोष, जयराम घोष, मड़ीराम घोष, मुक्ति घोष, दीपक घोष, विपद तारण घोष, दिलीप घोष, अजीत घोष, नरेन घोष, सनातन घोष, अकाल घोष, हरिपद घोष, दुलाल पातर, नारू भुई समेत कई ग्रामीण गाय पालकर अपनी जीविका चलाते हैं लेकिन इनके पास गाय रखने के लिए गोशाला नहीं है। खुले आसमान के नीचे गाय बांधते हैं । पशुपालकों ने कहा कि पैसा एवं पैरवी के बल पर गैर पशुपालक यहां कैटल शेड एवं बकरी शेड निर्माण की स्वीकृति करा लिए हैं पर पशुपालक कैटल शेड पाने से वंचित हैं। गांव के ग्रामसभा अध्यक्ष गोपीनाथ कर्मकार, सनत बागती समेत कई गैर पशुपालकों को कैटल शेड बनाने की स्वीकृति दी है।

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