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मजदूरों के खातों में रुपये ट्रांसफर करते थे साइबर अपराधी

मुफस्सिल थाना की पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार तीन साइबर अपराधी की निशानदेही पर शुक्रवार की रात दुमका के पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया है। सभी के पास से 1.45 लाख रुपया 34 फर्जी सिम कार्ड 29 एटीएम दस मोबाइल व पांच पासबुक बरामद की। पूछताछ के बाद शनिवार को सभी को जेल भेज दिया गया है। पुलिस सभागार में एसपी अंबर लकड़ा ने बताया कि गुरुवार को पुलिस ने जामताड़ा से एटीएम से निकासी करने आए फतेहपुर के विवेक मंडल कौशल मंडल व नारायणपुर के मुकेश मंडल को रंगे हाथ पकड़ा था। सभी एटीएम कार्ड लेकर यहां के एटीएम से पैसा निकालने आए थे।

By JagranEdited By: Published: Sat, 02 Jan 2021 06:46 PM (IST)Updated: Sat, 02 Jan 2021 06:46 PM (IST)
मजदूरों के खातों में रुपये ट्रांसफर करते थे साइबर अपराधी
मजदूरों के खातों में रुपये ट्रांसफर करते थे साइबर अपराधी

जागरण संवाददाता, दुमका : मुफस्सिल थाना की पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार तीन साइबर अपराधी की निशानदेही पर शुक्रवार की रात दुमका के पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया है। सभी के पास से 1.45 लाख रुपया, 34 फर्जी सिम कार्ड, 29 एटीएम, दस मोबाइल व पांच पासबुक बरामद की। पूछताछ के बाद शनिवार को सभी को जेल भेज दिया गया है।

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पुलिस सभागार में एसपी अंबर लकड़ा ने बताया कि गुरुवार को पुलिस ने जामताड़ा से एटीएम से निकासी करने आए फतेहपुर के विवेक मंडल, कौशल मंडल व नारायणपुर के मुकेश मंडल को रंगे हाथ पकड़ा था। सभी एटीएम कार्ड लेकर यहां के एटीएम से पैसा निकालने आए थे। गिरफ्त में आने के बाद तीनों से पूछताछ की तो पांच अन्य साथियों का नाम बताया। शुक्रवार की रात मसलिया के निजाम अंसारी, शिकारीपाड़ा के ढाका के जियाउल अंसारी, सलाम अंसारी, नेमुल अंसारी व जामा के छैलापाथर के ही जियाउल अंसारी को गिरफ्तार किया गया। इनके पास करीब डेढ़ लाख रुपये नगद रुपये के अलावा सिम कार्ड आदि बरामद हुए। विवेक व मुकेश को रांची व बंगाल के आसनसोल की पुलिस जेल भी चुकी है। मौके पर पुलिस निरीक्षक नवल किशोर सिंह, राजेश कुमार, श्यामल मंडल,अरविद राय, मिथुन किस्कू व अशोक मिश्रा आदि मौजूद थे। आइसीआइसीआइ बैंकों के खाते से करते थे निकासी

एसपी ने बताया कि साइबर अपराधी कई तरह के ऐप का प्रयोग करते थे। वे खुद को बैंक का अधिकारी बनकर लोगों को अपने जाल में फंसाकर पैसा निकाल लिया करते थे। एटीएम से पैसा निकासी के लिए मेट से मिलकर मजदूरों का एटीएम कार्ड अधिक पैसा देकर हासिल कर लेते थे। ज्यादातर निकासी आइसीआइसीआइ बैंकों से करते थे। इस बैंक में प्रतिदिन 1.50 लाख की निकासी की जा सकती है। ओटीपी तक नहीं मांगा जाता है। रांची में डाक्टर का निकाला था 25 लाख

गिरफ्तार विवेक मंडल ने बताया कि रांची में उसने एक डाक्टर के खाते से 25 लाख रुपया निकाला था। भीम मंडल नामक साइबर अपराधी के साथ मिलकर काम किया था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार भी किया था। जब्त एटीएम कार्ड की होगी जांच

एसपी ने बताया कि साइबर अपराधियों के पास से मिले एटीएम कार्ड की जांच की जाएगी। यह पता करने का प्रयास किया जाएगा कि इन खातों का कौन उपयोग कर रहा था। आइसीआइसीआइ बैंक के एक खाते को फ्रीज कर दिया गया है।


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