चतुर्दशी पर बासुकीनाथ में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
विश्व प्रसिद्ध बाबा बासुकीनाथ के दरबार में पहुंचने वाले भक्तों कि खुशी का ठिकाना उस वक्त नहीं रहता जब वह संस्कार मंडप के रास्ते मंदिर के पूर्वी द्वार से मंदिर परिसर में प्रवेश करते हैं। इस दौरान बाबा बासुकीनाथ एवं माता पार्वती के शिखर पर लहरा रहे ध्वज को देखते ही हर-हर महादेव जय मां पार्वती के जयकारे लगाने लगते हैं। गर्भगृह के बाहर से अरघा के द्वारा जलाभिषेक करते ही यात्रियों के चेहरे प्रसन्नता से पूरी तरह खिल उठते है जैसे की मानों मन की हर मुराद पूरी हो गई हो।
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संवाद सहयोगी, बासुकीनाथ:
विश्व प्रसिद्ध बाबा बासुकीनाथ के दरबार में पहुंचने वाले भक्तों कि खुशी का ठिकाना उस वक्त नहीं रहता जब वह संस्कार मंडप के रास्ते मंदिर के पूर्वी द्वार से मंदिर परिसर में प्रवेश करते हैं। इस दौरान बाबा बासुकीनाथ एवं माता पार्वती के शिखर पर लहरा रहे ध्वज को देखते ही हर-हर महादेव, जय मां पार्वती के जयकारे लगाने लगते हैं। गर्भगृह के बाहर से अरघा के द्वारा जलाभिषेक करते ही यात्रियों के चेहरे प्रसन्नता से पूरी तरह खिल उठते है जैसे की मानों मन की हर मुराद पूरी हो गई हो। भोलेनाथ के दर्शन व जलाभिषेक के उपरांत यात्रियों के पूरे यात्रा की थकान मानों पल भर में ही दूर हो जाती है। कुछ ऐसा ही नजारा अमूमन प्रत्येक दिन बासुकीनाथ में देखने को मिल रहा है। आश्विन मास के शुक्ल पक्ष चतुर्दशी तिथि शुक्रवार को मंदिर में भोलेनाथ के दर्शन के साथ दूसरे मंदिर में पूजन व नमन करना भक्त नही भूल रहे है। पूजन के लिए भक्तों की भारी भीड़ लगी रही। इस अवसर पर विभिन्न जगहों से आए यात्रियों ने ई-पास के माध्यम से कतारबद्ध होकर शारीरिक दूरी का अनुपालन करते हुए अरघा द्वारा जलाभिषेक किया। बासुकीनाथ मंदिर प्रभारी राहुल जी आनंद जी, जरमुंडी थाना प्रभारी सत्येंद्र नारायण सिंह, बासुकीनाथधाम मन्दिर के सहायक प्रबंधक सुभाष राव पूरी व्यवस्था पर निगाह बनाए हुए थे।