मौत के डर से विक्षिप्त ने काट ली अपनी गर्दन
मानसिक रूप से बीमार रामगढ़ के एक व्यक्ति ने मौत के डर से सोमवार की सुबह अपने ही घर में हंसुआ से गर्दन काटकर जान देने का प्रयास किया।
दुमका : मानसिक रूप से बीमार रामगढ़ के एक व्यक्ति ने मौत के डर से सोमवार की सुबह अपने ही घर में हंसुआ से गर्दन काटकर जान देने का प्रयास किया। गंभीर हालत में उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। जांच के बाद चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया। अब धनबाद पीएमसीएच में उसका इलाज चल रहा है।
ढोलपाथर गांव का 40 वर्षीय ज्योतिष टुडू की कुछ माह से दिमागी हालत खराब हो गई। वह आए दिन घर में पागलों जैसी हरकत करने लगा। रविवार को घर में ही चिल्लाकर कहने लगा कि कुछ लोग उसकी हत्या करने के लिए दरवाजे पर खड़े हैं। पत्नी विनीता हेम्ब्रम ने बाहर जाकर देखा तो कोई नहीं था। थोड़ी देर बाद चिल्लाने लगा कि लोग घर में घुस आए हैं। अब वे उसकी हत्या कर देंगे। मौत के डर से वह घर के अंदर छुप गया और शाम को काफी समझाने के बाद निकला। सोमवार की सुबह फिर शोर मचाने लगा कि जान लेनेवाले उसे ढूंढ़ कर मार देंगे। इतना कहने के बाद उसने हंसुआ से अपनी गर्दन काट ली। पत्नी के शोर मचाने पर परिवार व पड़ोस के लोगों ने पकड़ा और जख्मी हालत में उसे मेडिकल कालेज लेकर आए। यहां डॉक्टरों ने देखने के बाद कहा कि गर्दन के सारी नस कट जाने के बाद अभी खून का प्रवाह बंद है। जरा सी छेड़खाड़ करने पर प्रवाह फिर से चालू हो जाएगा। ऑपरेशन की सुविधा न होने के कारण डाक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया। पत्नी का कहना था कि रविवार से यह कहकर परेशान कर रहा था कि कोई उसकी हत्या कर देगा। इसी डर से अपनी ही गर्दन काट ली। फिलहाल धनबाद पीएमसीएच में उसका इलाज चल रहा है।