शिल्प उत्सव में कारीगरी भी सीख सकते दुमकावासी
दुमका : महिला विकास सेवा केंद्र की ओर से यज्ञ मैदान में शिल्प उत्सव मेले में यदि कोई रोजगार
दुमका : महिला विकास सेवा केंद्र की ओर से यज्ञ मैदान में शिल्प उत्सव मेले में यदि कोई रोजगार के लिए हस्त शिल्प को सीखना चाहता है तो वह यहां सीख सकता है। यहां 11 राज्यों के 55 स्टॉल लगाए गए हैं। यहां सबसे ज्यादा मांग कश्मीरी शॉल, जैकेट बरेली का जड़ी वर्क बैग व खादी वस्त्रों की है। शहर में पहली बार बरेली का जड़ी वर्क बैग, सहारनपुर का गिफ्ट आइटम, लकड़ी की बनी दीवार घड़ी, कश्मीरी जैकेट, गोड्डा का खिच्चा सिल्क साड़ी, भागलपुर का सिल्क सूट, साड़ी, कुर्ती लखनऊ का चिकन वर्क गुजरात का चादर, बैग असम का बांस से बना फर्नीचर मेले में आकर्षण का केंद्र है। पेटीएम, भीम ऐप आदि एप के द्वारा यहां कैशलेस भुगतान की सुविधा भी उपलब्ध है।
---------------
किस-किस राज्य से आए है शिल्पकार:
-------------
यूपी, कश्मीर, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, असोम, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, मध्यप्रदेश और गुजरात
----------------
क्या है मेले में खास
-----------
-गुजरात का बंधेज सूट, साड़ी, चादर व बैग
-हरियाणा का बेडसीट, पर्दा
-दिल्ली का आíटफिशियल ज्वेलरी और ब्लाक ¨प्रट कुर्ती
-पश्चिम बंगाल के बोलपुर शांतिनिकेतन का काथावर्क, जुट बैग
-राजस्थानी चोमू का आचार
-यूपी बनारस की साड़ी व सूट
-मध्यप्रदेश के गोंडावाना की आयुर्वेदिक दवाइयां
-बिहार व झारखंड का खादी वस्त्र
-असम का बांस से बना फर्नीचर व फ्लावर पॉट
---------------------
मेला का उद्देश्य कारीगरों को रोजगार देना भी है। यदि कोई कारीगर शिल्प विद्या सीखना चाहते है तो हमारे द्वारा रोजगार के लिए इन्हें सिखाया भी जाता है। यहां बाजार से बिल्कुल अलग समान व छूट के साथ उपलब्ध है।
-सुधीर शर्मा, संचालक
फोटो:028