dumka news किशोरी हत्याकांड : भाजपा नेत्री को धमकाने में भाई हिरासत में
अपनी बहन को मजाक-मजाक में दी थी धमकी। गोड्डा से हिरासत में लेने के बाद बहन के अनुरोध पर हुई रिहाई महाराष्ट्र पुलिस के नाम पर बहन से मजाक महंगा पड़ा। बहन के बीच बचाव के कारण पुलिस ने छोड़ा कहा भविष्य में नहीं करना है इस तरह का मजाक।
जागरण संवाददाता, दुमका : 23 अगस्त को पेट्रोल छिड़क हुई हत्या मामले में पीड़िता के लिए लगातार न्याय की मांग कर रही भाजपा नेत्री नीतू झा को मजाक में महाराष्ट्र पुलिस के नाम पर धमकानेवाले उसके ही भाई जयराज झा को नगर थाने की पुलिस ने सोमवार की सुबह गोड्डा के मोतिया डुमरिया गांव से हिरासत में लिया। देर शाम उसे नगर थाने लाया गया। जहां नीतू झा की शिकायत वापस लेने के बाद पुलिस ने चेतावनी देकर छोड़ दिया।
क्या है पूरा मामला
भाजपा नेत्री किशोरी के हत्यारे को सजा दिलाने के लिए लगातार आवाज उठा रही हैं। उन्होंने मुंबई के यू टयूबर विनय दुबे के खिलाफ कुछ बात कही जो उसे नागवार लगी। विनय ने नीतू, मृतका के पिता और प्रिया दत्ता के खिलाफ मुंबई पुलिस से शिकायत की। यह बात स्वयं विनय ने इंटरनेट मीडिया में वीडियो जारी कर कही। इसी बीच 28 सितंबर को मोतिया डुमरिया में रहने वाले भाई जयराज ने नया सिम लिया। पहले बहन को काल किया। बात नहीं होने पर व्हाटसअप पर मैसेज भी डाला पर नीतू देख नहीं सकी। 29 सितंबर को जयराज ने नाम बदलकर बहन को फोन किया और कहा कि वह महाराष्ट्र पुलिस से बोल रहा है। आपकी गिरफ्तारी के लिए आए हैं। नीतू भाई की आवाज को पहचान नहीं सकी और नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई।
डीजीपी के आदेश पर रेस हुई पुलिस
भाजपा नेत्री की शिकायत के चार दिन बीत जाने के बाद पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया तो पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने डीजीपी को टयूटर पर सारी जानकारी दी और स्वयं बात भी की। डीजीपी के आदेश पर पुलिस रेस हुई। सोमवार को अवर निरीक्षक दिलीप पाल ने मोतिया गांव जाकर जयराज को हिरासत में लिया। शाम को उसे नगर थाना लाया गया। नीतू भी थाना पहुंची और पुलिस से कहा कि भाई ने स्वीकार किया कि मजाक किया था। अब वह अपनी शिकायत वापस चाहती है। पुलिस ने शिकायत वापस लेने के बाद जयराज को चेतावनी देकर छोड़ दिया।
दुमका एसडीपीओ नूर मुस्तफा अंसारी ने कहा कि जयराज ने मजाक में बहन को धमकाया था। उसने अपनी गलती मान ली। बहन के अनुरोध करने पर आरोपित को पीआर बांड लिखवाकर चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है।