लापता बीटेक छात्र का तालाब में मिला शव
सदर प्रखंड में काम करने वाले स्वास्थ्यकर्मी नित्यानंद सिंह के 23 वर्षीय बेटे आदित्य सिंह का शव शुक्रवार की सुबह पोखरा चौक स्थित बड़ाबांध में मिला। वह गुरुवार की सुबह से ही अपने घर से लापता था। शुक्रवार की सुबह शौच के लिए निकले ग्रामीणों ने तालाब में उपलाते शव का देखा। जिसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को तालाब से निकलवाया। शव के चेहरे को मछलियां नोच ली थी। जिसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। मामले में मृतक के पिता के बयान पर यूडी केस दर्ज किया गया।
-24 सितंबर की सुबह बिना बताए निकल गया था घर से
-परिजनों ने जताई हत्या की आशंका, यूडी केस दर्ज
जागरण संवाददाता, दुमका : सदर प्रखंड में काम करने वाले स्वास्थ्यकर्मी नित्यानंद सिंह के 23 वर्षीय बेटे आदित्य सिंह का शव शुक्रवार की सुबह पोखरा चौक स्थित बड़ाबांध में मिला। वह गुरुवार की सुबह से ही अपने घर से लापता था। शुक्रवार की सुबह शौच के लिए निकले ग्रामीणों ने तालाब में उपलाते शव का देखा। जिसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को तालाब से निकलवाया। शव के चेहरे को मछलियां नोच ली थी। जिसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। मामले में मृतक के पिता के बयान पर यूडी केस दर्ज किया गया। मृतक अपने माता पिता का इकलौता बेटा था और बीते माह ही बीटेक का फाइनल परीक्षा दिया था।
मृतक के पिता ने पुलिस को बताया कि बेटा कुछ दिनों से किसी बात को लेकर परेशान रह रहा था। आशंका है कि इसी परेशानी की वजह उसने तालाब में कूदकर जान दे दी हो। उन्होंने किसी तरह की शंका व्यक्त न करते हुए बताया कि बेटे की किसी से दुश्मनी नहीं थी। उसकी मौत के लिए वह स्वयं जिम्मेवार है। बताया कि बुधवार की सुबह करीब पांच बजे पत्नी ने कमरे में जाकर देखा तो वह वहां नहीं था। बिना बताए कहीं चला गया। उसने इसी साल अगस्त में कोलकाता से बीटेक फाइनल की परीक्षा दी थी। लोन लेकर बीटेक किया था। पुलिस ने पिता के बयान पर यूडी केस दर्ज किया।
मामले को लेकर थाना प्रभारी सुशील कुमार सिंह ने बताया कि सुबह छह बजे गांव के लोग तालाब किनारे गए लोगों की नजर पानी के ऊपर तैर रहे शव पर पड़ी। जिसके बाद इसकी सूचना पुलिस को मिली। जिसके बाद शव की पहचान नित्यानंद सिंह के बेटे आदित्य कुमार के रुप में की गई। जिसके बाद सूचना पर पहुंचे मृतक के पिता ने शव का शिनाख्त की। देर रात तक तक महिला मित्र से की थी बात
पुलिस का कहना है कि जान देने से पहले आदित्य ने कोलकाता में रहने वाली अपनी एक मित्र से फोन पर बात की थी। इसके बाद ही शायद उसने तालाब में छलांग लगा दी। पिता ने भी स्वीकार किया कि बेटे की एक महिला मित्र से दोस्ती थी। पुलिस ने महिला मित्र से फोन पर भी बात की।
योगदान से पहले आकांक्षा ने लगाया मौत को गले
शहर के गिलानपाड़ा में रहने वाले बच्चू सिंह की 18 वर्षीय बेटी आकांक्षा कुमारी ने भी गुरुवार की शाम सात बजे आवास में फांसी लगाकर जान दे दी। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव को परिजन को सुपुर्द कर दिया। मामले में मृतका के पिता के बयान पर यूडी केस दर्ज किया गया है।
बताया जाता है कि परिवार की माली स्थिति ठीक नहीं थी। पिता हर समय शराब पीकर रहता था। शाम को किसी बात को लेकर उसकी पिता से कहासुनी हुई और उसने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर जान दे दी। जानकारी के अनुसार गुरूवार को बेटी को नौकरी दिलाने के लिए शहर के एक निजी अस्पताल ले गया था। उसने संचालक से बेटी को काम पर रखने का अनुरोध किया था। संचालक ने उसका बायोडाटा लेने के बाद शुक्रवार की सुबह आठ बजे योगदान करने को कहा था। योगदान से एक दिन पहले ही उसने जान दे दी। संचालक का कहना है कि पिता के कई बार अनुरोध करने पर ही काम दिया था। काम मिलने के बाद काफी खुश थी। छात्र और छात्रा के आत्महत्या से कई तरह की चर्चाएं
गुरुवार की रात आकांक्षा का आत्महत्या करना और दूसरे दिन आदित्य सिंह का शव बरामद होने के बाद लोग दोनों मौत को आपस में जोड़कर देख रहे थे। दोनों एक ही जाति से थे, इसलिए लोगों को लगा कि कहीं दोनों मौत का एक दूसरे से संबंध तो नहीं है। डीएसपी विजय सिंह ने बताया कि अनुसंधान में दोनों मौत का आपस में कोई कनेक्शन नहीं दिखा है। इसके बाद भी पुलिस सारे बिदु पर छानबीन यह जानने का जरूर प्रयास करेगी कि दोनों की मौत का आपस में कोई संबंध तो नहीं है। युवती ने शाम सात बजे जान दी और आदित्य ने रात एक बजे के बाद अपनी महिला मित्र से बात की। दोनों ने अलग कारणों से कायरता भरा कदम उठाया है।