भाजपा सांसद सार्वजनिक रूप से माफी मांगे : प्रदीप
दुमका : जिसने झारखंड को अलग राज्य करने का सपना देखा। बहुत से आंदोलन किए। राज्य बनाने के लिए खून पसीन
दुमका : जिसने झारखंड को अलग राज्य करने का सपना देखा। बहुत से आंदोलन किए। राज्य बनाने के लिए खून पसीना एक कर घर परिवार को छोड़ दिया। जेल में जीवन के कई साल गुजारे। ऐसे आदिवासी समाज के दिशोम गुरुऔर सभी के आदरणीय शिबू सोरेन के चेहरे पर एक सांसद कालिख पोतना चाहते हैं। सांसद के बयान से स्पष्ट होता है कि वे दिवालियापन की सारी सीमा पार कर चुके हैं। इनमें और रावण में अब कोई अंतर नहीं रहा है। सांसद निशिकांत दुबे के बयान पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए झाविमो विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि सांसद अपने इस बयान के खिलाफ सार्वजनिक रूप से माफी मांगें नहीं तो जनता उन्हें इस बार माफ नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि सांसद ने दिशोम गुरु के खिलाफ बयानबाजी कर उनका ही नहीं बल्कि झारखंड के संपूर्ण आदिवासी समाज व करोड़ों लोगों का अपमान किया है। घमंडी सांसद को कुछ और न सही तो उनकी उम्र का ख्याल करना चाहिए था। भले ही हम किसी भी दल में हो लेकिन दिल में गुरुजी का अलग स्थान है। आज तक किसी नेता ने उनका अपमान नहीं किया। कहा कि अब जनता को समझ लेना चाहिए कि एक बाहरी सांसद जब हमारे राज्य को अलग करनेवाले नायक के चेहरे पर कालिख पोतने की बात कह सकता है तो स्थानीय लोगों के बारे में उनकी क्या सोच होगी। जो पैरों को धुलवाकर पीने को विवश करता है वह एक सांसद के प्रति कितनी घटिया सोच रखता है। अगर लोग अब भी नहीं जगे तो हालात और बद से बदतर हो जाएंगे।