झारखंड के हितों से कोई समझौता नहीं करेगा आजसू: सुदेश महतो
आजसू पार्टी के संथाल परगना प्रमंडल मिलन समारोह में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने संथाल परगना के जन संवाद के दौरान झारखंड में जनजातीय आयोग के गठन की घोषणा की।
दुमका, जेएनएन। उप राजधानी दुमका के इंडोर स्टेडियम में आजसू पार्टी का संथाल परगना प्रमंडल का मिलन समारोह हुआ। इसमें केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो ने कहा कि अगले लोकसभा व विधानसभा चुनाव में झारखंड हित को देख गठबंधन किया जाएगा। चुनावी राजनीति के नाम पर किसी तरह का गलत समझौता नहीं होगा। एक दिन पहले मुख्यमंत्री रघुवर दास ने संथाल परगना के जन संवाद के दौरान झारखंड में जनजातीय आयोग के गठन की घोषणा की है।
जनजातीय आयोग के गठन को सुदेश महतो ने तुष्टीकरण की सियासत कह डाला। उन्होंने कहा कि तुष्टीकरण की जगह जन हित में राजनीति होनी चाहिए। सिर्फ जनजातीय आयोग बना देना सही कदम नहीं है। झारखंड में पिछड़ा आयोग समेत कई आयोग पहले से अस्तित्व में हैं। उनकी हालत देखिए। कोई भी आयोग है तो उसे प्रभावी बनाना चाहिए। सिर्फ आयोग बना देने से लोगों का भला नहीं हो जाएगा। पिछड़ा आयोग को और सशक्त बनाने का काम होना चाहिए। मिलन समारोह में प्रेम सागर मुंडा ने सैकड़ों समर्थकों के साथ आजसू का झंडा उठाया। प्रेम सागर रेलवे में कार्यरत थे।
बोले कि रेलवे की नौकरी छोड़ दी। आजसू से सियासत का सफर शुरु किए हैं। कई सालों तक एक चेहरा को मौका मिला, उसने जुबान छीन ली सुदेश महतो ने शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन पर भी प्रहार किया। बोले कि यहां की जनता ने कई सालों तक एक चेहरा को प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया। उन लोगों ने यहां के आम आदमी की जुबान बंद कर दी है।
आजसू पार्टी संथाल परगना में नया राजनीतिक ताना बाना बुनने को तैयार है। निकट भविष्य में संथाल परगना में हम बड़ी ताकत होंगे। पारा शिक्षक के साथ टकराव नहीं करे सरकार सुदेश महतो ने कहा कि पारा शिक्षक समेत दर्जनों सरकारी विभागों में मानदेय पर दो लाख से अधिक लोग काम कर रहे हैं। अधिकतर लोग झारखंड मूल के हैं।
पारा शिक्षक समेत मानदेय पर काम करने वालों के साथ सरकार टकराव नहीं करे। उनकी मांगों पर सकारात्मक विचार करना चाहिए। विक्सल जंगल बचाओ आंदोलन के पुराने साथी सुदेश महतो ने कहा कि कोलेबिरा उप चुनाव में जीतने वाले विक्सल कोंगाड़ी जंगल बचाओ आंदोलन में उनके पुराने साथी रहे हैं। उप चुनाव में कांग्रेस की जीत से झारखंड की राजनीति पर बड़ा असर नहीं पड़ेगा। चुनाव में जीत से मनोबल जरूर बढ़ेगा।
इन्होंने भी विचार रखें
आजसू प्रवक्ता डा देव शरण भगत, जयंत घोष, अजय कुमार, जोनाथन टुडू, दामोदर सिंह मेलर, महेश राय, राजा साहनी, विक्रम सिंह, जोबा रानी पाल, दीपक कुमार मंडल, मनोज सिंह मेलर, राजू गुप्ता, ललन मिश्रा, रमेश मंडल, रीना कुमारी, प्रोफेसर शंभू कुमार सिंह, चतुरानंद पांडेय, सुरेश महतो, ध्रुव प्रसाद साह, राजेश महतो, आलोक जय पॉल, रमेश मंडल, लंबोदर दर्वे, निरंजन मुर्मू, मनोज साह, कन्हैया प्रसाद आदि।