अब मोबाइल पर मिलेगा कार्रवाई का डिटेल
दुमका : पुलिस से किसी तरह की शिकायत करने के बाद अब आपको कार्रवाई की जानकारी के लिए थाना या अनुसंधानकर्ता के पास चक्कर काटने की आवश्यकता नहीं होगी। आपके आवेदन पर हर हाल में 15 दिनों के अंदर कार्रवाई हो जाएगी। अगर ऐसा नहीं हुआ तो अनुसंधानकर्ता को विभागीय कार्रवाई का सामना करना पड़ जाएगा। रोजाना पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत लेकर आने वाले लोगों की सुविधा के लिए सोमवार को पुलिस महानिरीक्षक रंजीत प्रसाद ने पुलिस सहायता केंद्र का शुभारंभ किया। कहा कि अब कोई भी कार्यालय आकर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा सकते हैं। शिकायत दर्ज होने और उसकी कार्रवाई की जानकारी संबंधित शिकायतकर्ता के मोबाइल पर मिल जाएगी।
दुमका : पुलिस से किसी तरह की शिकायत करने के बाद अब आपको कार्रवाई की जानकारी के लिए थाना या अनुसंधानकर्ता के पास चक्कर काटने की आवश्यकता नहीं होगी। आपके आवेदन पर हर हाल में 15 दिनों के अंदर कार्रवाई हो जाएगी। अगर ऐसा नहीं हुआ तो अनुसंधानकर्ता को विभागीय कार्रवाई का सामना करना पड़ जाएगा। रोजाना पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत लेकर आने वाले लोगों की सुविधा के लिए सोमवार को पुलिस महानिरीक्षक रंजीत प्रसाद ने पुलिस सहायता केंद्र का शुभारंभ किया। कहा कि अब कोई भी कार्यालय आकर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा सकते हैं। शिकायत दर्ज होने और उसकी कार्रवाई की जानकारी संबंधित शिकायतकर्ता के मोबाइल पर मिल जाएगी।
आइजी रंजीत प्रसाद ने कहा कि एसपी कार्यालय में शिकायत लेने के लिए एक पदाधिकारी की विशेष रूप से नियुक्ति की गई है। शिकायत दर्ज होते ही संबंधित थाना के दरोगा या थानेदार को 15 दिनों के अंदर कार्रवाई करनी होगी। ऐसा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अब यह बहाना नहीं चलेगा कि काम की वजह से आवेदन पर कार्रवाई नहीं कर सके।
कहा कि दुमका एसपी ने आम जनता की सुविधा के लिए ही यह व्यवस्था शुरू की है। गोड्डा में सहायता केंद्र काम कर रहा है। 10 दिनों के अंदर देवघर, जामताड़ा, पाकुड़ और साहिबगंज में भी केंद्र चालू हो जाएगा।
एसपी वाई एस रमेश ने कहा कि सहायता केंद्र चालू होने के बाद शिकायतों का सिलसिला बढ़ जाएगा। अब किसी को यह शिकायत नहीं रहेगी कि पुलिस उनके आवेदन पर काम नहीं करती है।
पहली बार सेवा शुरू की गई है। सुधार की बात सामने आती है तो उसे सुधारा जाएगा। मौके पर एसडीपीओ पूज्य प्रकाश, अनिमेश नथानी समेत पुलिस के अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
कैसे करनी होगी शिकायत
एसपी कार्यालय में शिकायत करने वाले व्यक्ति का पूरा विवरण लिया जाएगा। इसके बाद कंप्यूटर में शिकायत दर्ज होगी। तीन स्लीप निकलेगी। एक शिकायतकर्ता को दी जाएगी, दूसरी आवेदन के साथ लगेगी और तीसरी आफिस रिकार्ड के साथ लगेगी। शिकायत दर्ज होते ही आवेदक के मोबाइल पर संदेश आ जाएगा। इसके बाद एक दूसरा संदेश आएगा, जिसमें लिखा होगा कि किस थाने के किस पदाधिकारी को जांच का काम दिया गया है। अब उस पदाधिकारी का काम होगा कि वह 15 दिनों के अंदर सारी जांच करने के बाद सहायता केंद्र को जानकारी दें। अगर व्यक्ति कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है तो फिर से आवेदन दे सकता है। दूसरे पदाधिकारी को जांच का दायित्व दिया जाएगा।
फोन पर भी दर्ज करा सकते हैं शिकायत
मान लीजिए कोई शिकायत करने वाला गोपीकांदर जैसे दुर्गम जगह पर रहता है और एसपी कार्यालय आने में असमर्थ है तो वह फोन कर अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है। यानी उनकी शिकायत पर भी गंभीरता से काम होगा। कार्रवाई ऐसी होगी कि जनता को फिर से एसपी कार्यालय आने की आवश्यकता नहीं होगी।
डीएसपी करेंगे हर सप्ताह समीक्षा
एसपी ने बताया कि 15 दिनों में दो बार डीएसपी शिकायत की समीक्षा करेंगे। हर सप्ताह एक बार अनुसंधानकर्ता के साथ समीक्षा के क्रम में यह जानकारी लेंगे कि आवेदन पर सात दिनों के अंदर कार्रवाई हुई है कि नहीं। नहीं होने पर कड़ी हिदायत देंगे। दूसरे सप्ताह में समय की मियाद पूरी होने के बाद अगर आइओ आवेदन पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं करता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।