सेना भर्ती में फर्जी दस्तावेज के साथ पकड़े गए 40 युवक
Army recruitment. झारखंड के दुमका में सेना भर्ती में फर्जी दस्तावेज के साथ 40 युवक पकड़े गए हैं।
जामा। दुमका में झारखंड के 24 जिला के लिए सेना का भर्ती कैंप चल रहा है। भर्ती के दूसरे दिन गुमला, साहिबगंज एवं हजारीबाग के 3926 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिसमें 282 प्रतिभागी दौड़ में सफल हुए। जिसमें 40 अभ्यर्थी फर्जी दस्तावेज के साथ पकड़े गए। सेना की सघन जांच के आगे जवान अपने मंसूबा में सफल नहीं हो सके। सभी अभ्यर्थियों को दौड़ से अलग करते हुए आगे की कार्रवाई के लिए एसपी से संपर्क किया गया है।
युवाओं ने साहिबगंज एसपी के फर्जी हस्ताक्षर का चरित्र प्रमाणपत्र बना रखा था। लेकिन यह सभी युवक उत्तरप्रदेश के बताए जाते हैं। सेना के अधिकारी ने इसका खुलासा नहीं किया है कि वह कहां के हैं। स्पोर्ट्स कांप्लेक्स कमारदुधानी में चल रहे भारतीय सेना की बहाली के दूसरे दिन मंगलवार को झारखंड से बाहर के 40 ऐसे अभ्यर्थियों को चिह्नित किया गया है, जिन्होंने फर्जी दस्तावेज के आधार पर बहाल होने की कोशिश की थी। लेकिन बहाली प्रक्रिया में बरती जा रही सावधानी और दस्तावेजों की बारीकी से हो रही जांच में ये अभ्यर्थी पकड़े गए। इनमें से अधिकांश के पास साहिबगंज जिला के एसपी के फर्जी हस्ताक्षर और मुहर से जारी ऐसे चरित्र प्रमाणपत्र मिले हैं जिन पर ना तो अभ्यर्थी का नाम लिखा हुआ है ना ही पता। जो फोटो चिपकाए पाए गए हैं, उसे भी स्टेपल से सर्टिफिकेट में लगाया गया था।
जानकारी के मुताबिक, ये अभ्यर्थी दौड़ भी पूरी कर चुके थे और शारीरिक अहर्ता से भी गुजर चुके थे। पर दस्तावेजों की जांच में इन्हें पकड़ा गया। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बहाल होने की जुगत लगाए अभ्यर्थियों को किसी रैकेट ने ये चरित्र प्रमाणपत्र उपलब्ध कराया था, ऐसी बातें प्रारंभिक तौर पर स्पष्ट हुई है। बहरहाल, इनके खिलाफ कारवाई के लिए पहल शुरू कर दी गई है। सोमवार से शुरू हुई है सेना में बहाली झारखंड की उपराजधानी दुमका में एक से 11 अप्रैल तक चलने वाली बहाली प्रक्रिया को लेकर भारतीय सेना के रिक्रूटमेंट सेल द्वारा जगह जगह पर ऐसे दलालों से सावधान रहने को कहा गया है, जो भर्ती कराने की बात कहते हैं। ऐसे लोगों के बारे में सूचना देने की भी अपील की गई है। बावजूद अभ्यर्थी झांसे में फंस कर धरे गए। अब इनके खिलाफ मामला दर्ज भी होगा और कार्रवाई भी होगी।
40 बच्चे फर्जी दस्तावेज के साथ आए थे। ये सभी यूपी के हैं। कोई रैकेट है जो इनको यह फर्जी प्रमाणपत्र उपलब्ध करा रहा है। लेकिन सेना की प्रक्रिया इतनी कठिन है कि कोई बच नहीं पाएगा। सभी पकड़े गए युवकों को पुलिस के हवाले कर दिया जाएगा। पुलिस कप्तान से संपर्क किया जा रहा है।
-दीपक दयाल, कर्नल।