बासुकीनाथ में 30 हजार भक्तों ने की पूजा
बासुकीनाथ बासुकीनाथ में काíतक मास कृष्ण पक्ष नवमी तिथि सह काíतक माह की दूसरी मंगलवारी पर पूजा-अर्चना करने के लिए हजारों भक्त बासुकीनाथ पहुंचे। वहीं विभिन्न जगहों से आए शिवभक्तों ने अखंड हरिनाम संकीर्तन करवाया। यहां बता दें कि बासुकीनाथ में काíतक माह में गंगा स्नान करके व गंगाजल लेकर भोलेनाथ के दरबार में प्रतिदिन हजारों की संख्या में भक्त बासुकीनाथ पहुंचते हैं। काíतक माह में गंगा स्नान करने व कल्पवास करने के लिए प्रतिदिन भक्त गंगा घाट पहुंचते हैं। मंदिर के बुजुर्ग पंडा व पुरोहित बताते हैं कि काíतक माह में कृषि कार्य से निजात पाकर देश के कोने-कोने से भोलेनाथ के भक्त बासुकीनाथ पहुंचते हैं। बासुकीनाथ मंदिर परिसर मिथिलांचल एवं कोशी क्षेत्र के भक्तों से भरा रहा।
बासुकीनाथ : बासुकीनाथ में काíतक मास कृष्ण पक्ष नवमी तिथि सह काíतक माह की दूसरी मंगलवारी पर पूजा-अर्चना करने के लिए हजारों भक्त बासुकीनाथ पहुंचे। वहीं विभिन्न जगहों से आए शिवभक्तों ने अखंड हरिनाम संकीर्तन करवाया। यहां बता दें कि बासुकीनाथ में काíतक माह में गंगा स्नान करके व गंगाजल लेकर भोलेनाथ के दरबार में प्रतिदिन हजारों की संख्या में भक्त बासुकीनाथ पहुंचते हैं। काíतक माह में गंगा स्नान करने व कल्पवास करने के लिए प्रतिदिन भक्त गंगा घाट पहुंचते हैं। मंदिर के बुजुर्ग पंडा व पुरोहित बताते हैं कि काíतक माह में कृषि कार्य से निजात पाकर देश के कोने-कोने से भोलेनाथ के भक्त बासुकीनाथ पहुंचते हैं। बासुकीनाथ मंदिर परिसर मिथिलांचल एवं कोशी क्षेत्र के भक्तों से भरा रहा। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्रों से आए भक्त रंग-बिरंगे कांवर लेकर ढोल, बाजे, नगाड़े के साथ बासुकीनाथ पहुंच रहे हैं। मंगलवार की देर शाम तक करीब 30 हजार भक्तों ने बाबा की पूजा अर्चना किया। इस मौके पर देश के कोने-कोने से आए भक्तों ने विधिवत पूजा-अर्चना एवं पूर्व मनौती के अनुसार धाíमक अनुष्ठान संपादित करवाए।