24 सौ का चालान देता था 8 सौ में
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दुमका : गोपीकांदर में किस तरह से फर्जी चालान तैयार कर राजस्व का चूना लगाया जाता था, इसे सुनकर हर कोई हैरान है। गिरोह के लोग लंबे समय से काम कर रहे थे और पुलिस को काफी दिन के बाद उनके कारनामे की खबर मिली।
शुक्रवार को एसडीपीओ पूज्य प्रकाश ने बताया कि सरकार 400 सीएफटी पत्थर चिप्स के लिए 24 सौ का चालान काटती है लेकिन गिरोह के सदस्य खरौनी में बैठकर फर्जी चालान तैयार कर 800 रुपया में ट्रक मालिक को बेच दिया करते थे। इसके लिए बाकायदा ¨प्रटर की मदद ली जाती थी। बताया कि इन लोगों ने पहले एक ओरिजनल चालान के सहारे फारमेट तैयार किया और उसी के आधार पर फर्जी चालान बनाकर मुहर आदि लगाकर बेच दिया करते थे। चालान इतनी सफाई से तैयार किया जाता था कि जांच करनेवाले भी पकड़ नहीं पाते थे।