झरिया के युवक की पीएमसीएच में संदिग्ध मौत, कोरोना वायरस की जांच के लिए रांची भेजा गया सैंपल Dhanbad News
झरिया निवासी युवक की पीएमसीएच में रविवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। युवक को बुखार व पेट दर्द की शिकायत थी। फिलहाल जांच रिपोर्ट आने का इंतजार हो रहा है।
धनबाद, जेएनएन। झरिया निवासी एक 24 वर्षीय युवक की पीएमसीएच में रविवार को इलाज के दौरान संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। युवक को बुखार व पेट दर्द की शिकायत थी। इधर, मौत की सूचना मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। स्वास्थ्य विभाग ने पीएमसीएच प्रबंधन को पोस्टमार्टम करने से पहले उसकी जांच रिपोर्ट रांची भेजने की बात कही है।
इसके लिए एक टीम थ्रोट स्वाब लेने के लिए पीएमसीएच पहुंची। साथ ही जब तक जांच रिपोर्ट नहीं आती, तब तक लाश को परिजनों को नहीं देने का निर्देश दिया गया है। घटना के बाद पीएमसीएच से लेकर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप है। उधर, पोस्टमार्टम हाउस के डॉक्टरों ने शव को माइक्रोबायोलॉजी विभाग के हवाले कर दिया है।
ये है पूरा मामला : पड़ोसियों ने बताया कि युवक हैदराबाद में काम करता था। कुछ दिन पहले वह झरिया आया था। इसके बाद उसकी तबीयत खराब होने लगी। उसको इलाज के लिए टाटा अस्पताल ले जाया गया। वहां से पीएमसीएच रेफर कर दिया। हालांकि पीएमसीएच में भर्ती होने के बाद युवक को बुखार नहीं आने पर उसे घर भेज दिया गया। घर आने के बाद तबीयत फिर खराब हो गई और उसे निजी अस्पताल ले जाया गया।
इसके बाद युवक को दोबारा वहां से पीएमसीएच ले जाया गया। इसके बाद रविवार को इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। अब स्वास्थ्य विभाग युवक को कोरोना का संदिग्ध मरीज मान रहा है। इस मामले पर विभाग के अधिकारी फिलहाल कुछ भी बताने से इन्कार कर रहे हैं। जिला महामारी नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. जफर उल्ल्ला ने बताया कि इसकी रिपोर्ट हमलोग रांची भेज रहे हैं, रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। उधर, परिजनों की मानें तो युवक बाहर नहीं गया था। उसके पेट में दर्द था जिसका इलाज कराया जा रहा था।
पोस्टमार्टम कर्मियों के पास नहीं है पीपीई किट : कोरोना को लेकर स्वास्थ विभाग भले ही हाई अलर्ट है, लेकिन सच्चाई यह है कि पोस्टमार्टम कर्मियों के पास पीपीई किट तक उपलब्ध नहीं है। ऐसी स्थिति में कर्मचारी डरे हुए हैं। साधारण मास्क व ग्लब्स से ही काम कर रहे हैं। कर्मियों ने कहा कि हमें सुरक्षा की सबसे ज्यादा आवश्यकता है, लेकिन अभी तक प्रबंधन की ओर से इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया है।
कोविड-19 को लेकर सरकार का नया डेडलाइन आया है। जो भी सस्पेक्टेड डेथ होते हैं वैसे मृतकों का कोरोना वायरस का टेस्ट कराना है। झरिया के युवक की मौत भी संदेहास्पद स्थिति में हुई है। इसलिए विभाग ने सतर्कता बरतते हुए मृत शरीर का थ्रोट स्वाब लिया है। अब जांच रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों का पता चल पाएगा। - डॉ. अरुण कुमार चौधरी अधीक्षक, पीएमसीएच धनबाद।