ट्रैक्टर की चपेट में आने पर युवक की मौत, आक्रोशित लोगों ने पांच घंटे तक की टुंडी-बरवाअड्डा मुख्य सड़क किया जाम Dhanbad News
बिंदोहरी मोड़ के पास ट्रैक्टर की चपेट में आने से बाइक सवार युवक की मौत हो गई जबकि एक जख्मी हो गया। इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने मुख्य पथ को करीब पांच घंटे तक जाम रखा।
धनबाद, जेएनएन। टुंडी-बरवाअड्डा मुख्य पथ पर बिंदोहरी मोड़ के समीप सोमवार को ट्रैक्टर की चपेट में आने से बाइक सवार युवक की मौत हो गई, जबकि बाइक पर सवार एक अन्य युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। ट्रैक्टर सड़क निर्माण में लगी कंपनी के अधीन चलता है। घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने मुख्य पथ को करीब पांच घंटे तक जाम रखा।
बताया जाता है कि टुंडी- बरवाअड्डा मुख्य सड़क नगरकियारी के बिंदोहरी मोड़ के समीप टुंडी थाना क्षेत्र की कटनिया पंचायत के कारीगरडीह गांव निवासी खलील अंसारी के 14 वर्षीय पुत्र शहजाद अंसारी व गोविंदपुर के नवाटांड़ गांव निवासी उसके साथी अरमान अंसारी आसनडाबर गांव कलाली मोड़ के समीप बाइक बनाने का काम करते थे। दोनों एक बाइक की मरम्मत करने बाद सड़क पर ट्रायल के लिए निकले थे। इसी दौरान सड़क निर्माण कार्य में जुटी कंपनी के एक ट्रैक्टर से टकरा गए। बाइक पर पीछे बैठे किशोर शहजाद अंसारी ट्रैक्टर के चक्के के नीचे आ गया। इससे उसकी मौत ही हो गई। जबकि बाइक चला रहे अरमान गंभीर रूप से घायल हो गया।
घटना की सूचना मिलते ही लोगों की भीड़ जुट गई। आक्रोशित लोगों ने मुख्य सड़क को जाम कर दिया। सूचना मिलने पर टुंडी पुलिस इंस्पेक्टर सुधीर प्रसाद व बरवाअड्डा पुलिस पहुंची। पुलिस ने सड़क जाम हटाने की कोशिश की मगर ग्रामीणों ने एक न सुनी। वेलोग मृतक के परिजन को मुआवजा देने की मांग पर अड़े थे। इस बीच पुलिस और ग्रामीणों के बीच घंटों नोकझोंक होती रही।
इधर, घटना की खबर पाकर बासपा नेता भाष्कर ओझा, धनबाद जिला कांग्रेस ग्रामीण जिलाध्यक्ष शंकर प्रजापति, जिप सदस्य गुरुचरण बास्की, राजाभिट्ठा के मुखिया निमाय कुमार सिंह, झामुमो जिला उपाध्यक्ष बाबा मनीर मस्तान, टुंडी प्रमुख प्रतिनिधि शिवलाल मुमरू, आजसू नेता खैरात अंसारी, मुखिया बबली दास, सपन ओझा, अजीमुद्दीन अंसारी, गंगाधर दास आदि पहुंचे। ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। ग्रामीणों को समझाने के लिए पुलिस व जनप्रतिनिधियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
घटनास्थल पर मौजूद ग्रामीण इतने आक्रोशित थे कि वार्ता के दौरान पुलिस को बैठने के लिए कुर्सी तक छीन ली। बाद में सड़क निर्माण कंपनी के प्रतिनिधि, परिजनों व जनप्रतिनिधियों के बीच वार्ता हुई। इसमें चार लाख रुपये मुआवजा देने को कंपनी राजी हो गई। इसके बाद सड़क जाम हटा लिया गया। घटना के बाद मृतक के गांव में मातम पसरा है। मृतक की माता रुकसाना बेगम का रो-रो कर बुरा हाल है। मृतक अपने मां-बाप का इकलौता कमाऊ संतान था।