नगर आयुक्त पर शादी रचा महिला को छोड़ने का आरोप, कार्रवाई को डीसी ने कार्मिक को लिखा
भुरकुंडा की महिला ने डीसी धनबाद को पत्र लिख कहा है कि नगर आयुक्त चंद्रमोहन कश्यप ने उसके साथ 2010 में डालटेनगंज के गायत्री मंदिर में शादी की थी। 2012 में एक पुत्र का जन्म हुआ।
धनबाद, जेएनएन। धनबाद नगर निगम के आयुक्त चंद्रमोहन कश्यप विवादों में घिर गए हैं। रामगढ़ जिले के भुरकुंडा की रहने वाली एक महिला ने खुद को चंद्रमोहन की पत्नी बताते हुए अपने हक और अधिकार के लिए धनबाद के उपायुक्त आंजनेयुलु दोड्डे से फरियाद की है। साथ ही प्रताड़ना का भी आरोप जड़ा है। इस मामले में आवश्यक कार्रवाई के लिए उपायुक्त धनबाद ने महिला के शिकायत पत्र को कार्मिक एवं प्रशासनिक विभाग रांची के अपर मुख्य सचिव के पास अग्रसारित कर दिया है।
क्या है मामलाः भुरकुंडा की महिला ने उपायुक्त धनबाद को लिखे पत्र में कहा है कि नगर आयुक्त चंद्रमोहन कश्यप ने उसके साथ 2010 में डालटेनगंज के गायत्री मंदिर में शादी की थी। 2012 में एक पुत्र का जन्म हुआ। चश्यप नहीं चाहते थे कि वह बच्चे को जन्म दे। इसी कारण बच्चे के जन्म के बाद ही प्रताड़ना शुरू हो गया।महिला फिलहाल अपने मायके में वृद्ध मां के साथ रहती है। शादी के समय कश्यप गढ़वा जिले में तैनात थे। शादी से एक साल पहले उनकी पहली पत्नी की मौत हो चुकी थी। पहली पत्नी से उनके तीन बच्चे थे। शादी के बाद बच्चों के कारण मुझे अपने घर रांची नहीं ले गए। मैं अपने मायके में अपनी वृद्ध मां के साथ रहने लगी। उनका मेरे मायके आना-जाना लगा रहा।
आत्महत्या की धमकीः महिला का कहना है कि बच्चे के जन्म लेने के कुछ दिनों बाद कश्यप ने उससे मुंह मोड़ मिला। मुश्किल से वह अपना और बच्चे का लालन-पालन कर रही है। वह न तो मेरा फोन उठाते हैं और न ही अधिकार और हक देते हैं। ऐसे में मेरे पास कोई रास्ता नहीं बचा है। मेरी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो बच्चे के साथ आत्महत्या कर लूंगी।
मेरे खिलाफ साजिशः महिला के आरोप के बाबत पूछने पर नगर आयुक्त चंद्रमोहन कश्यप ने कहा कि वह किसी ऐसी महिला को नहीं जानते हैं और न ही शादी की है। उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है। ऐसा लगता है कि साजिश के तहत किसी ने महिला को खड़ा कर शिकायत करवाया है।