कुमारधुबी रेलवे ओवरब्रिज के लिए अभी करना होगा इंतजार
कुमारधुबी और चिरकुंडा के बीच बन रहे रेलवे ओवरब्रिज के लिए लोगों को अभी छह माह और इंतजार करना पड़ सकता है। करीब 26 करोड़ रुपये की लागत से कुमारधुबी में रेलवे ओवरब्रिज व एप्रोच रोड का निर्माण होना है। ओवरब्रिज के लिए 26 पिलर का निर्माण होना है जिसमें 23 पिलर का निर्माण हो चुका है। बाकी बचे तीन पिलर का निर्माण तेज गति से हो रहा है।
जागरण संवाददाता, मैथन/ कुमारधुबी : कुमारधुबी और चिरकुंडा के बीच बन रहे रेलवे ओवरब्रिज के लिए लोगों को अभी छह माह और इंतजार करना पड़ सकता है। करीब 26 करोड़ रुपये की लागत से कुमारधुबी में रेलवे ओवरब्रिज व एप्रोच रोड का निर्माण होना है। ओवरब्रिज के लिए 26 पिलर का निर्माण होना है, जिसमें 23 पिलर का निर्माण हो चुका है। बाकी बचे तीन पिलर का निर्माण तेज गति से हो रहा है। वहीं ब्रिज के पूरब-पश्चिम दिशा में पांच सौ मीटर का एप्रोच रोड का काम लगभग पूरा बाकी है। सात साल पहले वर्ष 2014 में ब्रिज निर्माण का काम शुरू हुआ था। लेकिन तकनीकी अड़चनों के कारण निर्धारित पांच साल में ब्रिज का निर्माण नहीं हो पाया। इसके बाद देवघर की हरदेव कंस्ट्रक्शन कंपनी ने वर्ष 2019 में ब्रिज और एप्रोच रोड निर्माण का कांट्रेक्ट लिया। इसे भी दिसंबर 2021 में निर्माण पूरा करना था। लेकिन इस कंपनी को भी अड़चनों का सामना करना पड़ा। इस कारण इसका निर्माण अगले साल मार्च-अप्रैल से पहले पूरा होना मुश्किल है। एप्रोच रोड के निर्माण में आई अड़चन
साइट इंचार्ज संजीव पटेल ने बताया कि दिसंबर 2021 तक ओवरब्रिज व एप्रोच रोड निर्माण का काम पूरा हो जाना था। लेकिन कुछ लोगों के विरोध के कारण ब्रिज के पश्चिम दिशा में एप्रोच रोड निर्माण का काम रोकना पड़ा। लोगों ने जीटी रोड किनारे पार्किंग को ले जगह छोड़ने की मांग की है। हरदेव कंस्ट्रक्शन कंपनी के अलावे जिला व स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों को इससे अवगत करा दिया गया है। बहुत जल्द काम शुरू कर दिया जाएगा। संभवत: मार्च 2022 तक एप्रोच रोड व बाकी बचे ओवरब्रिज निर्माण का काम पूरा कर लिया जाएगा। फिलहाल ब्रिज निर्माण काम तेजी से चल रहा है। जाम से मिलेगी मुक्ति
ओवरब्रिज के बनने से चिरकुंडा, बराकर, पंचेत, कलियासोल, बलियापुर की ओर जाने वाले लोगों को जाम से मुक्ति मिलेगी। अभी लोगों को अंडर ओवरब्रिज से होकर गुजरना पड़ता है। संकरा होने के कारण अक्सर यहां जाम लग जाता है। जिससे लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।