India Lockdown: यहां जंगली हाथियों का झुंड कर रहा लॉकडाउन का पालन ! 25 मार्च से पहाड़ पर ही डाल रखा है डेरा, जानिए
टुंडी हाथियों की गतिविधियों से हमेशा परेशान रहता है। आए दिन हाथी पहाड़ से उतरकर आबादी वाले इलाके में प्रवेश करते हैं। फसल खाते हैं और राैंद कर चले जाते हैं।
टुंडी, जेएनएन। यह महज संयोग है या कुछ और कहना मुश्किल है। जो भी हो, गाैरतलब तथ्य यह है कि धनबाद के टुंडी के जंगलों में पिछले तीन माह से जमे हाथियों का झुंड 25 मार्च को लॉकडाउन शुरू होने के बाद से अब तक एक बार भी आबादी की तरफ रूख नहीं किया है। 24 हाथियों का झुंड पहाड़ पर टुंडी के डोंगापानी से लेकर भेलवाबेड़ा के बीच रुके पड़े हैं। अब इस बात को लेकर आस-पास के गांवों में चर्चा यह है कि हाथी भी लॉकडाउन का अनुपालन कर रहे हैं। अगर यह सच मान लिया जाय तो हाथियों से आमजन सबक ले सकते हैं। क्योंकि पुलिस-प्रशासन की सख्ती के बावजूद अब भी कुछ लोग लॉकडाउन का उल्लंघन करने से बाज नहीं आ रहे हैं।
लॉकडाउन के दाैरान टुंडी में हाथियों की गतिविधि ठप
टुंडी हाथियों की गतिविधियों से हमेशा परेशान रहता है। आए दिन हाथी पहाड़ से उतरकर आबादी वाले इलाके में प्रवेश करते हैं। फसल खाते हैं और राैंद कर चले जाते हैं। कभी-कभी घरों को भी ध्वस्त कर देते हैं। कोरोना वायरस को रोकने के लिए 25 मार्च से लॉकडाउन है। हर कोई अपने घरों में रहकर कोरोना से जंग लड़ रहा है। इस दाैरान कुछ लोग लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे हैं। पर टुंडी में हाथी सका पालन करते दिख रहे हैं। टुंडी के जंगलों में तीन माह से ठहरे हाथियों के झुंड से बखूबी इसे समझा जा सकता है। तीन माह से टुंडी के पहाड़ों में 24 हाथियों का झुंड ठहरा हुआ है। जबसे कोरोना वायरस को लेकर लेकर लॉकडाउन की घोषणा हुई है, तबसे हाथियों का झुंड टुंडी के डोंगापानी से लेकर भेलवाबेड़ा के बीच रुके पड़े हैं। आजतक हाथियों का झुंड नीचे नहीं आया है। इसको लेकर टुंडी में चर्चाओं का बाजार गर्म है। इस बात को लेकर वन विभाग भी अचंभित है। अधिकारी दबी जुबान पर कह रहे हैं कि आदमी को भी हाथियों की झुंड से सीख लेनी चाहिए।
लॉकडाउन के बाद हाथियों को झुंड आबादी की तरफ एक बार भी नहीं आया है। हाथी पहाड़ पर ही जमे हुए हैं। इसका कारण तो वन विभाग के अधिकारी ही बता सकते हैं। हाथियों के पहाड़ से नीचे नहीं उतरने के कारण आसपास के लोग राहत महसूस कर रहे हैं।
-गुरुचरण बास्की, धनबाद जिला परिषद सदस्य।
डोंगापानी से लेकर भेलवाबेड़ा के बीच पहाड़ पर हाथियों का मूवमेंट है। लॉकडाउन के बाद से हाथी पहाड़ से नीचे नहीं उतर रहे हैं। गांव-पंचायत के लोग हल्के अंदाज में यह चर्चा करते हैं कि हाथी भी लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं। हाथियों के झुंड से सिखना चाहिए। मानव से अधिक यह नियमों का पालन कर रहे हैं।
-होरीलाल टुडू, मुखिया, बेगनोरिया पंचायत