धंधा मंदा पड़ा तो पत्नी ने बेटे संग मिल पति को मार डाला
कर्जदार घर पैसा मांगने आने लगे तो उसकी पत्नी व बेटों ने उसे घर से भगा दिया।
निरसा, जेएनएन। निरसा की सिंदरी कॉलोनी राजीव चौक निवासी शिबू दत्ता की पत्नी और बेटे ने घर से धक्के देकर बाहर निकाल दिया। शिबू ने घर में घुसने की कोशिश की तो उसे इतना जोर से धक्का दिया कि वह वहीं गिरकर छटपटाने लगा। उसकी छटपटाहट के बावजूद मां-बेटे ने दरवाजा बंद कर लिया और अंदर चले गए। आसपास के लोगों ने भी उसकी कोई मदद नहीं की। नतीजतन घंटों तड़पने के बाद उसकी मौत हो गई।
सूचना मिलने पर निरसा थाना पुलिस पहुंची और शव को थाने ले आई। पत्नी सपना को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है, जबकि बेटा दीपक फरार है। सूचना पाकर पहुंचे मृतक के चचेरे भाई बबलू दत्ता ने निरसा थाने में अपनी भाभी सपना दत्ता व भतीजे दीपक दत्ता पर हत्या की शिकायत दर्ज कराई है। इधर, घटना की सूचना पाकर पहुंची निरसा थाना प्रभारी सुषमा कुमारी ने स्थानीय लोगों को फटकार लगाई। कहा कि आप मदद नहीं कर सकते थे तो कम से कम पुलिस को तो सूचित कर ही सकते थे।
क्या है मामला
स्थानीय लोगों ने बताया कि जुगीतोपा निवासी शिबू दत्ता वर्षो से ¨सदरी कॉलोनी के राजीव गांधी चौक के समीप आवास बनाकर परिवार के साथ रहता था। वह कोलियरी से कोयला उठा कर अन्यत्र स्थानों पर बेचता था। इधर आठ दस वर्ष से उसका धंधा मंदा चल रहा था। जिससे उसके ऊपर कुछ कर्ज भी हो गया था। कर्जदार घर पैसा मांगने आने लगे तो उसकी पत्नी व बेटों ने उसे घर से भगा दिया। इसके बाद वह पैतृक गांव जुगीतोपा में रहने लगा। जब भी वह ¨सदरी कॉलोनी अपने घर आता, पत्नी और बच्चे घर में घुसने नहीं देते। उसके साथ मारपीट कर उसे भगा देते थे। आसपड़ोस के जो भी लोग शिबू की मदद करते उनकी पत्नी उससे गाली-गलौज करती तथा उस पर झूठा मुकदमा दर्ज करवा देती थी। उसकी पत्नी के डर से पड़ोस में रहनेवाली उसकी अपनी सगी बहन साधना दत्ता भी अपने भाई को बचाने के लिए घर से नहीं निकली। स्थानीय लोगों का कहना है कि शिबू का बड़ा पुत्र राकेश पटना रहता है तथा वहीं पर अपना कारोबार करता है। मंझला पुत्र कृष्णा सीआरपीएफ में नौकरी करता है। छोटा पुत्र दीपक दत्ता ¨सदरी कॉलोनी में रहकर ट्यूशन पढ़ाता है।