Weekly News Roundup Dhanbad: काले कारनामे का वीडियो ट्विटर पर, आरपीएफ अधिकारियों ने बंद की आंखें
Weekly News Roundup Dhanbad कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते संक्रमण के कारण आर्थिक गतिविधियां थमने से रेलवे की कमाई पर ब्रेक लग गया है।
धनबाद [ तापस बनर्जी ]। Weekly News Roundup Dhanbad कोरोना काल में यात्री स्टेशन के अंदर नहीं जा सकते हैं। कोई जाने की कोशिश करे तो आरपीएफ ऐसे आंखें तरेरती है जैसे अंदर जाने वाला पूरे स्टेशन को चुराने वाला है। पर कोयला चोरों के लिए उनकी हमदर्दी देख कोई भी चौंक उठेगा। इस हमदर्दी को देख एक शख्स से रहा न गया और उसने शानदार वीडियो फिल्म बनाई। फिल्म धनबाद डिवीजन के कोडरमा स्टेशन की है। वहां कोयला चोर मालगाड़ी पर चढ़कर आराम से कोयला उतार रहा है। स्टेशन के अंदर हो रही इस वारदात के बाद भी रेलवे के सिपाही आंखें फेर कर बैठे हैं। वीडियो शूट कर ट्विटर पर अपलोड कर दिया है। धनबाद डीआरएम के साथ रेल मंत्रालय को भी इसमें टैग किया गया है। कुल मिलाकर कोयला चोरों के साथ आरपीएफ की ईमानदारी के बारे सिर्फ सुना था, मगर अब इस वीडियो को तो देश ने देख लिया।
ऐ साहब ये ठीक नहीं...
रेलवे के साहबों का अपना जलवा है। कोई न कोई ऐसा काम कर ही जाते हैं जिससे उनकी चर्चाएं होना आम है। अब हुआ यूं कि साहब डैडी बन गए। खुशी से फूले नहीं समा रहे थे कि तभी उनका एक कर्मचारी पॉजिटिव निकल गया। खुद तो अस्पताल गया, साहब को भी 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन करा गया। दूध का जला छाछ भी फूंक-फंूक कर पीता है। इसलिए क्वारंटाइन से लौटते ही सबसे पहले घर में खाना बनाने वाली महिला से हाथ जोड़ लिए। साहब इंजीनियर हैं और इसलिए जब निर्धन महिला ने दुखड़ा सुनाया तो उन्होंने आश्वासन की इमारत खड़ी कर दी। कहा, घर जाओ और अपना ध्यान रखो। पगार तुम्हें हर महीने मिल जाएगी। परिस्थिति सामान्य होने पर फिर से आ जाना। अब उसे एक महीने की तनख्वाह तो मिल गई। पर दूसरे महीने से साहब के दर्शन दुर्लभ हो गए हंै।
कारोबारियों की आवभगत कर रहे साहब
कोरोना ना जाने अभी और क्या क्या कराएगा। पहले शानोशौकत छिनवा डाली और अब खुशामद करने के नए तरीके तलाश करवा रहा है। अब देखिए ना, रेलवे अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए अपनी कार्य प्रणाली में बदलाव कर रही है। कॉमर्शियल विभाग अपने कामकाज को कॉरपोरेट ट्रैक पर दौड़ाने की जुगत में है। 2024 तक आय दोगुनी करने की भी चुनौती है। मंडल स्तर पर बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट स्थापित की गई है। यूनिट व्यवसायी और उद्योगपतियों से संपर्क कर रेलवे की आर्कषक योजनाओं से अवगत कराएगी। व्यवसायियों को यह बताने का प्रयास किया जाएगा कि रेलवे से माल ढुलाई सड़क मार्ग से कैसे बेहतर है। रेलवे माल ढुलाई को सरल और सुलभ बनाने के लिए व्यवसायियों के साथ मीटिंग सीटिंग कर रही है। बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट ने साहबों की सरदर्दी बढ़ा दी है। अब ऑनलाइन मीटिंग कर कारोबारियों की आवभगत करनी पड़ रही है।
आराम फरमा रहीं मालगाडिय़ां
कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते संक्रमण के कारण आर्थिक गतिविधियां थमने से रेलवे की कमाई पर ब्रेक लग गया है। डिमांड कम होने से यात्री ट्रेनों के साथ अब खाली मालगाडिय़ां भी आराम फरमा रही हैं। लंबी मालगाडिय़ों को खड़ी करने में रेलवे को पसीने छूट रहे हैं। खाली रैक की संख्या इतनी बढ़ गई कि मालगाडिय़ों को न्यू गिरिडीह तक भेजना पड़ रहा है। ज्यादातर स्टेशनों पर मालगाडिय़ों के खाली रैक खड़े हैं। मानसून सीजन में वैसे भी लोडिंग की हालत पतली रहती है। उस पर कोरोना आग में घी डालने का काम कर रहा है। देशभर में नंबर वन बने धनबाद रेल मंडल में कोयले की लोडिंग आधे से भी कम हो गई है। सिलसिला बढ़ता रहा तो नुकसान और गहरा सकता है। इससे बचने को कोरबारियों को लुभाने के लिए लंबी व कम दूरी की बुकिंग पर कई ऑफर भी दिए हैं।