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Weekly News Roundup Dhanbad: मरांडी का मास्टर स्ट्रोक 'लेरू', उपचुनाव का 'मोरल बूट-अप' राउंड शुरू

Weekly News Roundup Dhanbad विधायक राज सिन्हा के बेहद अजीज भाजपा नेता सतीश सिंह की दिनदहाड़े मटकुरिया में हत्या हुई। जानकार तो सतीश को डीएसपी मुकेश कुमार का भी करीबी बताते हैं। पुलिस ने विकास सिंह और सतीश साव को आरोपित घोषित कर दिया है।

By MritunjayEdited By: Published: Mon, 21 Sep 2020 08:34 AM (IST)Updated: Mon, 21 Sep 2020 05:54 PM (IST)
Weekly News Roundup Dhanbad: मरांडी का मास्टर स्ट्रोक 'लेरू', उपचुनाव का 'मोरल बूट-अप' राउंड शुरू
धनबाद जिला भाजपा कार्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी।

धनबाद [अश्विनी रघुवंशी ]। Weekly News Roundup Dhanbad विश्वकर्मा पूजा में बाबूलाल मरांडी कोयलांचल आए। उनका इस्तकबाल ऐसे हुआ मानो हेमंत सोरेन के बाद वही झारखंड के सृजनकर्ता होंगे। बिहार विधानसभा चुनाव के साथ दुमका एवं बेरमो में उपचुनाव होना है। सियासत में चर्चा है कि मरांडी दुमका से उपचुनाव लड़ सकते हैं। बाबूलाल ने साफ मना किया, पर चुनावी जुमला जरूर बोल गए कि दुमका में लेरू से लडऩे के लिए उन्हें मैदान में उतरने की जरूरत नहीं। भाजपा के किसी भी सिपाही से लेरू हारेगा। संथाली में लेरू का मतलब है, बछड़ा। हेमंत सोरेन के इस्तीफा देने के कारण दुमका सीट खाली हुई है। सीएम हेमंत सोरेन के भाई बसंत दुमका से झामुमो टिकट के दावेदार हैं। बसंत ने अभी तक किसी सदन में कदम नहीं रखा है। निर्वाचन आयोग ने उपचुनाव की अधिसूचना नहीं निकाली है। मरांडी ने लेरू के जरिए चुनावी वार- प्रतिवार का आगाज जरूर कर दिया है। 

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दबंग के साथ साइबर दबंगई 

रघुकुल। सूर्यदेव सिंह के सिंह मेंशन से अलग होकर अस्तित्व बना चुका कोयलांचल का दबंग राजनीतिक घराना। रघुकुल की पूर्णिमा सिंह सत्ता में भागीदार कांग्र्रेस से झरिया की विधायक हैं। पूर्णिमा के एक साल के कार्यकाल में रघुकुल के लोगों का रसूख इस कदर बढ़ चुका है कि मुंह से जो निकल गया वो हुकुम हो गया। अचानक पूर्णिमा सिंह को पता चला कि साइबर की दुनिया में रघुकुल से भी दबंग लोग हैं। किसी ने उनका फेसबुक हैक कर लिया। वरीय पुलिस अधीक्षक असीम विक्रांत मिंज से बकायदा लिखित शिकायत की। पुलिस कप्तान ने साइबर अपराध को समझनेवाले काबिल लोगों को लगा दिया है। हालांकि, रघुकुल के लोग बेचैन हैं। फेसबुक के जरिए पूर्णिमा सिंह 31 हजार फॉलोअर से जुड़ी हुई हैं। किसी नेता का इतने लोगों से सहसा रिश्ता टूट जाए तो तकलीफ होगी ही। खैर, उस साइबर दबंग की तलाश जारी है।  

पुलिस के इकबाल पर सवाल  

धनबाद विधायक राज सिन्हा के बेहद अजीज भाजपा नेता सतीश सिंह की दिनदहाड़े मटकुरिया में हत्या हुई। जानकार तो सतीश को डीएसपी मुकेश कुमार का भी करीबी बताते हैं। सब सन्न। पुलिस ने धनबाद बस पड़ाव पर एकछत्र राज करने वाले विकास सिंह एवं सतीश साव को मुख्य आरोपित घोषित कर दिया। शूटर भी गिरफ्तार। कहानी खत्म नहीं होती। जमशेदपुर जेल से चला एक पत्र भी सार्वजनिक है कि धनबाद जेल में बंद अमन सिंह ने यह कांड कराया है। केंदुआ में पोस्टर भी लग चुका है, जो बात नहीं मानेगा उसका सतीश जैसा हाल होगा। दरअसल, बीसीसीएल की खदानों में कार्यरत कई आउटसोर्सिंग कंपनियों के बाहरी लफड़े को सतीश मैनेज करते थे। इससे सतीश को लाखों की आमदनी थी। आउटसोर्सिंग कंपनियों को चेताने के लिए सतीश को मारने के कई दावेदार हो चुके हैं। जाहिर है, पुलिस के इकबाल पर यह बदनुमा सवाल है। 

 

दिखा नहीं सकते डंडे का दाग 

लक्ष्मनिया मोड़ की महिलाओं ने थानेदार डाक्टर पीके सिंह से शिकायत की कि आधी रात में चोर मंडराते रहते हैं। इतने बदमाश हैं कि खिड़की में हाथ डाल कर मोबाइल उड़ा लेते हैं। घरों की छतों पर भी चढ़ जाते हैं। कोई सोया है तो उसका मोबाइल लेकर गायब। झरिया में आधी रात को वाहन से गश्ती होती थी। आधा दर्जन जवानों का समूह बना कर अलग अलग इलाकों में पैदल गश्ती शुरू कराई गई, तेल पिलाए डंडे के साथ। थानेदार ने जवानों को 'चोरी नियंत्रण ज्ञान' पढ़ा दिया। छह दिन पहले राजबाड़ी इलाके में तीन चोर भटकते दिख गए। शरीर को उस हिस्से में इतने डंडे पड़े कि किसी को दिखा भी न सके। दो दिन पूर्व बस पड़ाव के पास भी चार चोर दिखे। दो पकड़े गए। उनके शरीर भी लाल। अब चोर दुबक गए हैं। पैदल गश्त ने कर दिया कमाल। 


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