Weekly News Roundup Dhanbad: खौफ में 'गैंग्स ऑफ वासेपुर', इस कोरोना ने निकाल दी बड़े-बड़ों की हवा
अनलॉक एक में कपड़ा दुकानों को खोलने की इजाजत नहीं है। रविवार को महिला दारोगा पुराना बाजार में भटक रही थीं। उनकी बेटी का बर्थडे था। कपड़े लेना था। कई दुकानों में गयीं। सब बंद।
धनबाद [अश्विनी रघुवंशी ]। गैंग्स ऑफ वासेपुर। यह तीन शब्द किसी को भी खौफ में लाने की पर्याप्त क्षमता रखते हैं। मगर अभी गैंग्स ऑफ वासेपुर खौफ में है। कोरोना का खौफ। फहीम खान का आवास कमरमखदूमी रोड में है। शुरुआत में कोयलांचल के और हिस्से में कोरोना के मरीज मिल रहे थे, वासेपुर में नहीं। वासेपुर में मरीज मिला भी तो फहीम खान के घर के पास। फहीम खान के आवास को कंटेनमेंट जोन में शामिल कर दिया गया। किसी को घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं। फहीम खान अभी घाघीडीह जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। परिवार के और लोग भी बाहर निकलने से परहेज कर रहे हैं। मुहल्ले में बांस बल्ली से घेराबंदी भी की गयी। शनिवार को चहलकदमी कर रहे कुछ युवकों की नजर उस मुहल्ले पर गयी तो वे बोल पड़े कि अभी सभी डॉन का डॉन कोरोना ही है।
मैडम ने जान निकाल दी भाई
अनलॉक एक में कपड़ा दुकानों को खोलने की इजाजत नहीं है। रविवार को महिला दारोगा पुराना बाजार में भटक रही थी। उनकी बेटी का बर्थडे था। कपड़े लेना था। कई दुकानों में गयीं। सब बंद। एक परिचित दुकानदार दिख गया। महिला दारोगा बोली कि उनके बच्चे के लिए कपड़े दिलवा दो। दुकानदार बोला कि कुछ लोग भीतर ही भीतर माल बेच रहे हैं, वही पर कुछ कमाल करना होगा। तंग गलियों से होकर वह महिला दारोगा को एक कपड़ा दुकान के सामने ले गया। वहां वह चिल्लाने लगा कि मैडम यहां कपड़ा बेचा जा रहा है। महिला दारोगा ने मोबाइल से वीडियो बनाना शुरू किया था कि कपड़ा दुकानदार ने शटर गिराना शुरू कर दिया। पुलिस वाली को तरस आ गया। मैडम ने बेटी के लिए कपड़े खरीदे और चली गयी। पसीने से तर-बतर दुकानदार बोल पड़ा, 'मैडम ने जान निकाल दी भाई।
तनिक तनाव में प्रथम नागरिक
धनबाद नगर निगम के मेयर यानी शहर के प्रथम नागरिक चंद्रशेखर अग्रवाल तनिक तनाव में हैं। रघुवर दास सीएम थे तो मेयर चंद्रशेखर अग्र्रवाल और बाघमारा के भाजपा विधायक ढुलू महतो किसी को भी तनाव में डालने की कूवत रखते थे। दोनों रघुवर दास के बेहद करीबी। हेमंत सोरेन के सीएम बनने के बाद परिदृश्य बदल चुका है। ढुलू एवं उनके करीबी लोगों पर एक दर्जन केस हो चुके हैं। अभी जेल में हैं। मेयर साहब को भी टारगेट किया गया। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) से अचानक धनबाद नगर निगम में छापामारी करायी गयी। फिर मेयर साहब का अंगरक्षक वापस ले लिये गये। अब एसीबी कह रही है कि धनबाद नगर निगम की योजनाओं के प्राक्कलन में 200 करोड़ का गोलमाल हुआ है। 200 करोड़ का सटीक आंकड़ा कहां से आया? किसी को मालूम नहीं। मेयर कह रहे हैं, 'हम नीति बनाते हैं, प्राक्कलन नहीं।'
मम्मी, कब होगी गर्मी छुट्टी
मम्मी, रविवार को भी ऑनलाइन क्लास करायी जा रही है। हम लोगों की गर्मी की छुïट्टी कब होगी। यह सवाल था कोयला नगर में रहने वाली दसवीं कक्षा की एक छात्रा का। वह डीएवी पब्लिक स्कूल में पढ़ती है। रोजाना एक या दो ऑनलाइन क्लासेस। गूगल मीट पर। उसके बाद कुछ असाइनमेंट। आधा दिमाग में भीतर प्रवेश करता है, आधा ऊपर। बिगड़ गयी मम्मी। एक सांस में मम्मी बोलती गयी कि दसवीं में पढ़ती हो, कोर्स पूरा हो नहीं है, खुद देखो कि अभी तक सभी विषयों के नोट्स तक तैयार नहीं हुए हैं और तुम्हें गर्मी की छुïट्टी की पड़ी है। इतने दिनों से छुïट्टी नहीं तो और क्या है। बिटिया बोल पड़ी कि इससे अच्छा होता कि रोज स्कूल ही चले जाते। मम्मी का भी दर्द छलक पड़ा। बोली कि इस बार नानी घर भी नहीं जा पायेंगे। पड़ोसन की आवाज आयी, मुआ कोरोना।