झरिया में एकबार फिर जलापूर्ति बाधित
जासं झरिया-जामाडोबा जामाडोबा जल संयंत्र की लचर व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा है। आए दि
जासं, झरिया-जामाडोबा : जामाडोबा जल संयंत्र की लचर व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा है। आए दिन यहां समस्या होने से झरिया शहर, कोलियरी क्षेत्र व पुटकी इलाके में जल संकट बना हुआ है। जामाडोबा जल संयंत्र के पास झरिया वन व टू की दो जलापूर्ति पाइप लाइन के क्षतिग्रस्त हो जाने से बुधवार को शहर में जलापूर्ति बाधित रही। पाइप लाइन के क्षतिग्रस्त होने से झरिया जल मीनार को जामाडोबा से पानी नहीं दिया जा सका। झरिया के भौंरा, पाथरडीह लाइन से भी जलापूर्ति नहीं हो सकी। लगभग चार लाख लोग पानी नहीं मिलने से परेशान रहे। झमाडा कर्मचारियों ने सुबह क्षतिग्रस्त पाइप लाइन की मरम्मत शुरू की। संसाधन नहीं मिलने से कर्मचारियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कर्मचारी जुगाड़ तंत्र के सहारे मरम्मत कार्य पूरा करने में जुटे हैं। देर रात तक मरम्मत कार्य पूरा होने की संभावना है। इसके बाद रात में या गुरुवार को झरिया व आसपास क्षेत्रों में जलापूर्ति हो सकती है। संयंत्र के शिफ्ट इंचार्ज कृष्णा चौबे ने बताया कि भौंरा लाइन की क्षतिग्रस्त पाइप की मरम्मत पूरी कर ली गई है। भौंरा, पाथरडीह लाइन से जलापूर्ति की जा रही है। झरिया की पाइप लाइन में मरम्मत कार्य अभी बाकी है।, इसे भी जल्द ही पूरी कर ली जाएगी। जामाडोबा जल संयंत्र में आए दिन समस्या होने व झरिया में जलापूर्ति बाधित होने से यहां के लोगों में झमाडा के अधिकारियों के प्रति रोष है। हेटलीबांध निवासी सुजीत मिश्रा, पिनाकी राय, मुरारी प्रसाद शर्मा, पोद्दारपाड़ा के सोष्टी दत्ता, कोयरीबांध के उपेंद्र गुप्ता ने कहा कि झमाडा प्रबंधन झरिया में नियमित जलापूर्ति के लिए तनिक गंभीर नहीं है। आए दिन पानी की समस्या से लोगों को जूझना पड़ता है। जल्द नियमित जलापूर्ति नहीं हुई तो आंदोलन को बाध्य होंगे।