गैंगवार थमा तो रंगदारी के लिए वासेपुर में चलने लगी गोलियां
धनबाद कभी वासेपुर की गलियों में गैंगवार में गोलियां चलती थी। फहीम खान और साबिर आलम की दुश्मनी में कई बार वासेपुर में गोलियां चली। इसके बाद फहीम के साले टून्ना खान की हत्या समेत कई और हत्याएं हुई।
जागरण संवाददाता, धनबाद : कभी वासेपुर की गलियों में गैंगवार में गोलियां चलती थी। फहीम खान और साबिर आलम की दुश्मनी में कई बार वासेपुर में गोलियां चली। इसके बाद फहीम के साले टून्ना खान की हत्या समेत कई और हत्याएं हुई। अब यहां गैंगवार का दौर कुछ समय से थमा हुआ है तो अब रंगदारी के लिए इलाके में गोलियां चल रही है। हाल के वर्षों में जमीन करोबार में रंगदारी से जुड़े वारदात यहां ज्यादा हो रहे हैं। प्रमुख घटनाओं में शहजादे खान की हत्या, पप्पू पाचक की हत्या आदि मामले हैं।
वासेपुर में हाल में हुई प्रमुख घटनाएं
13 फरवरी 2021 : वासेपुर के जमीन कारोबारी शहजादे खान का शव रेल पटरी पर मिला। शहजादे खान की हत्या में भी गैंग्स ऑफ वासेपुर का नाम सामने आया है। घटना भूली ओपी क्षेत्र की थी और मुख्य थाना बैंक मोड़ होने के कारण प्राथमिकी वहां दर्ज की गई। इस घटना में अब तक अपराधियों तक ना तो बैंक मोड़ पुलिस पहुंच सकी है और ना ही भूली ओपी की पुलिस ही गिरफ्तार कर सकी है।
जावेद आलम पर चली गोली : वर्ष 2018 में ही नया बाजार में जावेद आलम नामक व्यक्ति पर गोली चलाई गई थी। आरोप फहीम खान के चचेरे भाई पर लगा था। हालांकि इस घटना में दोनों तरफ से प्राथमिकी दर्ज करायी गई थी। इस घटना में किसी की जान नहीं गई थी।
24 जुलाई 2014 : इस दिन फहीम खान के साले टुन्ना खान की हत्या हुई थी। आपसी विवाद और रंगदारी के कारोबार को लेकर टुन्ना खान की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या कांड में भी गैंग्स का ही नाम सामने आया था। यह घटना भी ईद से पहले हुई थी।
25 जून 2017 : कारोबारी पप्पू पाचक को उस वक्त गोली मारी गई जब वह पुराना बाजार में चांद रात को परिवार के लोगों के साथ ईद की खरीदारी कर रहा था। इस घटना के 19 माह बाद इलाज के दौरान पप्पू पाचक की मौत हो गई थी।