सिजुआ प्रबंधन ने पांच हाइवा को किया ब्लैक लिस्टेड
लोयाबाद बीसीसीएल की सिजुआ क्षेत्रीय प्रबंधन ने पांच हाइवा को ब्लैक लिस्टेड कर फाइल मुख्यालय भेजी गई है। इनमें से एक हाइवा पर हेराफेरी की कोशिश करने का आरोप है। जबकि चार हाइवा संदिग्ध मानी जा रही है।
लोयाबाद: बीसीसीएल की सिजुआ क्षेत्रीय प्रबंधन ने पांच हाइवा को ब्लैक लिस्टेड कर फाइल मुख्यालय भेजी गई है। इनमें से एक हाइवा पर हेराफेरी की कोशिश करने का आरोप है। जबकि चार हाइवा संदिग्ध मानी जा रही है। ये सभी हाइवा वासुदेवपुर कोलियरी में संचालित आउटसोíसंग कंपनी संजय उद्योग के अधीन चलती थी। पांच दिन पूर्व इनमें से एक हाइवा कोयले की हेराफेरी की कोशिश करते पकड़ी गई थी। इसमें एक अधिकारी की भूमिका संदेह के घेरे में आते देख क्षेत्रीय प्रबंधन ने जांच पड़ताल कर पांच हाइवा को ब्लैक लिस्टेड कर दिया। लेकिन अब तक थाने में प्राथमिकी नहीं दर्ज कराई गई है। बताते हैं कि दो हाइवा का एक मालिक है। बाकी तीन हाइवा के मालिक अलग-अलग हैं।
सात मई को वासुदेवपुर कोलियरी के कोल डंप से कोयला लोडकर एक हाइवा ने कनकनी कोलियरी कांटा घर पर वजन कराया था। लेकिन वहां से मुनीडीह वाशरी को जाने वाली रास्ते में नहीं जाकर तेतुलमारी की ओर लेकर जा रहा था, जो हीरक व जीटी रोड में मिलता है। इसी बीच सीआइएसएफ क्राइम ब्रांच के जवान को इसकी भनक लग गई थी। पीछा करने पर कनकनी से चार किलोमीटर दूर तेतुलमारी पंप के पास से हाइवा तेजी से मुड़ गई और तेज रफ्तार से भगाकर चालक मुनीडीह वाशरी के चेकपोस्ट पहुंचा। वहां मौजूद सीआइएसएफ ने जांच पड़ताल की तो हेराफेरी का कोशिश का मामला नजर आया। थाना में प्राथमिकी दर्ज नहीं कराया जाना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। पांच हाइवा को ब्लैक लिस्टेड किया गया है। एक हाइवा के जीपीएस के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप है और चार हाइवा की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। सभी को ब्लैक लिस्ट की सूची में डालकर मुख्यालय को भेज दिया गया है। इन सभी हाइवा को पूरे बीसीसीएल में प्रतिबंधित कार्रवाई करने की अनुसंसा की गई है।
-अपूर्वा दास, एजीएम सिजुआ क्षेत्र, पूर्व विधायक ओपी लाल ने मोर्चा खोला : पूर्व विधायक ओपी लाल ने संजय उद्योग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने उपायुक्त को पत्र प्रेषित कर कहा है कि संजय खेमका मूलत: बीसीसीएल में परिवहन का कार्य करते थे। पिछले कुछ साल से आउटसोíसंग का कार्य आरंभ किया है। सात साल से बंद पड़े अपने हार्ड कोक उद्योग किस्टो फ्यूल कांड्रा इंडस्ट्रियल एरिया गोविदपुर के कारखाने में छह माह पूर्व उत्पादन शुरू हो गया है। जबकि इस दौरान जिले के सभी हार्डकोक उद्योग बंदी की कगार पर खड़े हो चुके हैं। तीन दिन पूर्व वासुदेवपुर कोलियरी से कोयला मुनीडीह वाशरी नहीं जाकर विपरित दिशा तेतुलमारी में पकड़ा जाना कई बातों को जन्म देता है। पुलिस ने किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं करना अचरज में डालता है। इस संबंध में संजय खेमका का पक्ष जानने के लिए उनके मोबाइल पर संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।