अशोका बिल्डकॉम कार्यालय के समक्ष शव के साथ प्रदर्शन
महुदा सोनारडीह ओपी के नीमतल्ला मोड़ के समीप बुधवार की देर शाम सड़क दुर्घटना में दारा
महुदा: सोनारडीह ओपी के नीमतल्ला मोड़ के समीप बुधवार की देर शाम सड़क दुर्घटना में दारा बाउरी की मौत से गुस्साएं ग्रामीणों ने गुरुवार को तेलमच्चो स्थित अशोका बिल्डकॉम कार्यालय का घेराव किया। लोगों ने कंपनी कैंप के मुख्य द्वार पर शव रख कर प्रदर्शन किया। वे लोग मृतक के आश्रित को नियोजन व मुआवजा देने की मांग कर रहे थे। ग्रामीण दोपहर करीब तीन बजे से लेकर शाम छह बजे तक जमे रहे। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे भाजपा नेता गौरचंद बाउरी ने कहा कि कंपनी की गाड़़ी से ही यह दुर्घटना हुई है। दारा के परिजन को 10 लाख मुआवजा व नौकरी देना होगा, अन्यथा गेट जाम रहेगा। करीब चार घंटे तक लगातार कई बार वार्ता हुई। संध्या छह बजे प्रबंधन व ग्रामीणों के बीच पुलिस अधिकारियों की उपस्थिति में हुई वार्ता के बाद सकारात्मक सहमति बनी। दारा के परिजन को एक नियोजन तथा तीन लाख मुआवजा देने पर कंपनी के अधिकारी सहमत हुए। परिजन को तत्काल नकद दो लाख रुपया दिया गया। एक लाख रुपये बाद में देने की बात कही गई। इसके बाद आंदोलन को समाप्त हो गया। वार्ता में पुलिस इंस्पेक्टर रामप्यारे राम, अशोका बिल्डकॉम कंपनी की ओर से सुरक्षा पदाधिकारी सुरेंद्र पाल, विधायक प्रतिनिधि शिबू महतो, बिजू साव, गोपाल बाउरी, रामध्यान मिस्त्री, हरेंद्र गिरि, शंभू यादव, ललन यादव, श्याम बाउरी, उत्तम कालंदी, धरम बाउरी, राजेश सिंह, लाला बाउरी, महेश महतो, बलवंत साव आदि शामिल थे।
शव के लाते ही गांव में पसरा मातम
देर शाम सकारात्मक समझौता के बाद शव को सिनीडीह स्थित आवास लाया गया। शव के लाते ही पूरे गांव में मातम पसर गया। पत्नी भवानी देवी और मां आरती देवी जवान बेटे के शव से लिपट कर दहाड़े मारकर रोने लगी। मां छाती पीट-पीट कर लोगों से कहा रही थी कि एक साल पूर्व मेरा पति गुजर गया और आज मेरा बड़ा बेटा भी मुझसे दूर हो गया। यह देखने से पहले भगवान मुझे उठा क्यों नहीं लिये। अब इस परिवार को कौन देखेगा। यह सुन सभी की आंखें नम हो गई थी।