नेशनल हाईवे पर हर माह जा रही दो से तीन लोगों की जान, हादसे रोकने को अब पीएमओ को लिखा पत्र
गोविंदपुर में एनएच पर हर माह दो से तीन लोगों की जान हादसों में जा रही है। आए दिन कभी ट्रक कभी हाइवा तो कभी किसी दूसरे बड़े वाहन के नीचे कोई न कोई आ जाता है। इससे परेशान होकर गोविंदपुर के लोगों ने पीएमओ को पत्र लिखा है।
जागरण संवाददाता, धनबाद: धनबाद के गोविंदपुर में नेशनल हाईवे पर हर माह दो से तीन लोगों की जान सड़क हादसों में जा रही है। आए दिन कभी ट्रक, कभी हाइवा तो कभी किसी दूसरे बड़े वाहन के नीचे कोई न कोई आ जाता है। इससे परेशान होकर गोविंदपुर के लोगों ने पीएमओ को पत्र लिखा है। पत्र में लिखा है कि यहां किसी तरह की कोई ट्रैफिक व्यवस्था नहीं होने के कारण ये हादसे हो रहे हैं। पत्र लिखने वाले अमर कुमार दूबे ने बताया कि एनएचएआइ भी किसी तरह का कोई समाधान नहीं करता है।
पिछले माह हुईं तीन सड़क दुर्घटनाएं
गोविंदपुर में पिछले माह तीन सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं। इसमें गोविंदपुर थाना क्षेत्र के रतनपुर काॅलेज के पास साइकिल से जीटी रोड पार कर रहे 11 वर्षीय बच्चे की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई थी। इसके अलावा टुंडी के 45 वर्षीय रहीम की मौत भी गोविंदपुर में सड़क पार करने के दौरान चार पहिया वाहन की चपेट में आ जाने से हो गई थी। वहीं राजेश महतो के उपर भी ट्रक का पहिया चढ़ गया था, जिससे उसकी मौत मौके पर ही हो गई थी।
सड़क पर खड़े ट्रक बन रहे हादसे की बड़ी वजह
शिकायतकर्ता अमर दूबे ने अपनी शिकायत में इस बात की भी चर्चा की है कि गोविंदपुर थाना और उसके अगल-बगल ट्रक की पार्किंग होती है। यह भी सड़क दुर्घटना होने का बड़ा कारण है। हालांकि बीच-बीच में जब जिला प्रशासन की नींद टूटती है तो खड़े ट्रकों को सड़क से हटाया जाता है, मगर बाद में फिर पूर्व की तरह ही पार्किंग होने लगती है। ट्रक पार्किंग के कारण भी गोविंदपुर व बरवाअड्डा में कई सड़क दुर्घटनाएं घट चुकी हैं। गोविंदपुर में जून माह में ट्रक पार्किंग की वजह से ही बरही के रहने वाले दुर्गेश सिंह को आगे का रास्ता नजर नहीं आया था। अचानक ट्रक के दूसरी ओर से एक युवक पार कर रहा था और दुर्गेश ने गाड़ी से उसे टक्कर मार दी थी। हालांकि उस व्यक्ति की इस हादसे में बाल-बाल जान बच गई थी।