पिस्तौल देखने के दौरान अनुराग से चल गई थी गोली
कतरास पूर्व बीसीसीएल कर्मी रामकिशुन रवानी के पुत्र शुभम रवानी की हत्या मामले में गिरफ्तार
कतरास : पूर्व बीसीसीएल कर्मी रामकिशुन रवानी के पुत्र शुभम रवानी की हत्या मामले में गिरफ्तार उसके दोस्त अनुराग चौहान व सूरज चौहान को पुलिस ने जेल भेजा दिया। पुलिस ने इस मामले में दो प्राथमिकी दर्ज की है। बरोरा थाना में शुक्रवार की शाम थानेदार विनोद शर्मा ने पत्रकारों को बताया कि गिरफ्तार दोनों आरोपितों ने जुर्म स्वीकार कर लिया है। दोनों मुराईडीह आवासीय कॉलोनी के रहने वाले हैं तथा शुभम भी इन्ही के मोहल्ले में रहता था। जांच में यह बात सामने आई है कि शुभम ने दोनों दोस्तों को हथियार दिखाने के लिए अपने आवास में बुलाया था। घटना की सुबह दोनों युवकों ने दरवाजा खटखटा कर आवास खुलवाया और वे अंदर गए। कुछ देर के बाद पिस्तौल देखने के क्रम में अनुराग के हाथ से गोली चल गई और शुभम को लग गई। इसके बाद दोनों युवक घबरा गए। सूरज हिम्मत दिलाते हुए पिस्तौल को छत के उपर छिपा दिया। अनुराग शुभम के पेट से रक्त स्त्राव को रोकने के लिए गमछा से बांध दिया। जमीन पर पड़े खून को धो डाला। इधर वाहन खोजकर अनुराग लाया। शुभम को उसपर बैठाकर दोनों अस्पताल ले गए। मामला पर पर्दा डालने के लिए एक्सीडेंट से शुभम के जख्मी होने की जानकारी उसके पिता को दी गई। मालूम हो कि बुधवार की सुबह शुभम गोली लगने से शुभम जख्मी हो गया था। दुर्गापुर मिशन अस्पताल पहुंचते ही दम तोड़ दिया था। शुभम मुराईडीह कॉलोनी में अपने नाना सेवानिवृत्त कोल कर्मी रामचंद्र रवानी के आवास में करीब आठ साल से अकेला रह रहा था। हालांकि शुभम को पिस्तौल किसने उपलब्ध कराया है यह जांच का विषय है।