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Treason case: गिरिडीह डीसी की अनुशंसा पर इनामी माओवादियों पर लगी देशद्रोह की मुहर, जानें नाम

Treason case माओवादियों के खिलाफ यूएपी एक्ट के तहत मुकदमा चलाने की अनुशंसा उपायुक्त ने 22 अगस्त 2019 को की थी। अब स्वीकृति मिली है। हालांकि सभी अभी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।

By MritunjayEdited By: Published: Thu, 23 Jul 2020 11:38 PM (IST)Updated: Fri, 24 Jul 2020 08:23 AM (IST)
Treason case: गिरिडीह डीसी की अनुशंसा पर इनामी माओवादियों पर लगी देशद्रोह की मुहर, जानें नाम
Treason case: गिरिडीह डीसी की अनुशंसा पर इनामी माओवादियों पर लगी देशद्रोह की मुहर, जानें नाम

गिरिडीह [ दिलीप सिन्हा ]। Treason case:  इनामी अजय उर्फ पतिराम माझी एवं अजय महतो समेत सात हार्डकोर माओवादी अब देशद्रोही की श्रेणी में आ चुके हैं। उनके खिलाफ देशद्रोह और आतंकवाद की धाराओं में मुकदमा चलेगा। गिरिडीह उपायुक्त की अनुशंसा पर राज्य सरकार ने सहमति दे दी है। अजय उर्फ पतिराम मांझी एवं अजय महतो के साथ कृष्णा हांसदा, रण विजय दा उर्फ रण विजय महतो, नुनूचंद महतो, राम दयाल महतो उर्फ बच्चन दा, संतोष महतो एवं को अब कहीं अधिक कठोर मुकदमे का सामना करना पड़ेगा।

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डुमरी के झामुमो कार्यकर्ता चुड़का सोरेन को गोली मारने के मामले में माओवादियों के खिलाफ यह कार्रवाई हुई है। 14 अप्रैल 2019 को चुड़का को गोली मारी गई थी। डुमरी थाना में दर्ज इस मामले में माओवादियों के खिलाफ यूएपी एक्ट के तहत मुकदमा चलाने की अनुशंसा उपायुक्त ने 22 अगस्त 2019 को राज्य सरकार को की थी। अब स्वीकृति मिली है। अभी सारे माओवादी अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है।

पुलिस मुखबिर के आरोप में चुड़का को मारा था

डुमरी के जीतकुंडी के कानाडीह में पुलिस का मुखबिर होने के आरोप में माओवादियों ने झामुमो कार्यकर्ता चुड़का सोरेन को मारा था। उसकी पत्नी ने फर्द बयान में बताया था कि उसके पति खाना खाने के बाद बरामदे में सो गए थे। बच्चे के साथ वो अपने कमरे में सोने चली गई थी। रात दस बजे कुत्तों के भौंकने की आवाज पर नींद टूटी तो पति के साथ माओवादियों की बातचीत सुनी थी। माओवादी उनके पति का नाम लेकर गाली-गलौज कर रहे थे। पति ने विरोध किया तो माओवादियों ने गोली मार दी थी। इसके बाद पोस्टर फेंक कर माओवादी भाग गए थे।


देशद्रोही गतिविधियों पर अंकुश के लिए यूएपी एक्ट

देश की एकता और अखंडता के लिए 1967 में यह यूएपी एक्ट (गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम) बना था। दो साल पहले इसमें संशोधन भी किया गया है। इसका प्रयोग गैरकानूनी और देशद्रोही गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए किया जाता है। इसके तहत आरोपित को आतंकवादी और देशद्रोही घोषित किया जा सकता है।

  • माओवादी      इनाम
  1. अजय उर्फ पतिराम मांझी : एक करोड़
  2. अजय महतो : 25 लाख
  3. कृष्णा हांसदा : 15 लाख
  4. रण विजय दा : 15 लाख
  5. नुनूचंद महतो : 5 लाख
  6. राम दयाल महतो उर्फ बच्चन दा : 10 लाख
  7. संजय महतो उर्फ संतोष : 15 लाख

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