Top Dhanbad News of the day, Thu, 02 April, 2020, पकड़े गए दस तब्लीगी, श्रीरामनवमी, पुलिस का संदेश, धनबाद क्लब, ट्रेनों का परिचालन
दोमोदर नदी पार कर प. बंगाल भागने की फिराक में दस तब्लीगियों को सिंदरी पुलिस ने पकड़ा। कोरोना वायरस के खौफ के बीच शांति और अनुशासन के साथ श्रीरामनवमी मनाई गई
धनबाद, जेएनएन। दोमोदर नदी पार कर प. बंगाल भागने की फिराक में दस तब्लीगियों को सिंदरी पुलिस ने पकड़ा। कोरोना वायरस के खौफ के बीच शांति और अनुशासन के साथ श्रीरामनवमी मनाई गई। धनबाद क्लब से प्रतिदिन 500 जरूरमंदों के बीच भोजन की आपूर्ति की जा रही है। कोरोना वायरस को रोकने के लिए धनबाद पुलिस ने संदेश दिया। 15 अप्रैल से एक सभी सभी ट्रेनों का परिचालन मुश्किल।
दामोदर नदी पार भागने की फिराक में दस तब्लीगी पकड़े गए
दामोदर नदी पार कर प. बंगाल के पुरुलिया की तरफ भागने की फिराक में लगे दस तब्लीगियों को सिंदरी पुलिस ने पकड़ा है। इन सभी की पीएमसीएच में जांच कराने के बाद क्वारंटाइन करने की तैयारी चल रही है। देश विभिन्न हिस्सों में रहने वाले दस तब्लीगी 24 फरवरी को धनबाद के भूली पहुंचे थे। इसके बाद ही धनबाद जिले की मस्जिदों में घूम-घूम कर जमात लगा रहे थे। इस बीच निजामुद्दीन मरकज का मामला सामने आने के बाद सभी चुपचाप प. बंगाल में प्रवेश करने की तैयारी में जुट गए। गुरुवार शाम को गोविंदपुर के लोगों ने सभी को बाइक से सिंदरी बस्ती के जंगल में लाकर छोड़ दिया। यहां से सभी रात के अंधेरे में दामोदर नदी पार कर प. बंगाल के पुरुलिया भागने की तैयारी में थे। इसी बीच सूचना के आधार पर सिंदरी पुलिस ने दबिश दी। सभी को पकड़ थाना लाया गया। इसके बाद जांच के लिए पीएमसीएच भेज दिया गया।
कोरोना के खौफ के बीच शांति और अनुशासन के साथ मनाई गई श्रीरामनवमी
लॉकडाउन के बीच गुरुवार को श्री रामनवमी मनाई गई। इस माैके पर हर साल धनबाद की गलियों और सड़कों पर श्रीराम भक्तों की भीड़ नहीं उमड़ी। मोहल्ले-मोहल्ले से अखाड़ा भी नहीं निकला। सड़कों और गलियों में श्रीराम भक्तों की भीड़ नहीं दिखी। जय श्री राम... जय श्री हनुमान... के जोर-जोर भी सुनने को नहीं मिले। अनुशासित ढंग से लोग एक-एक कर श्री राम और श्री हनुमानजी के मंदिरों में पहुंच कर पूजा-अर्चना की। फिर घरों को लाैट गए। एक तरह कोरोना वायरस के खौफ के बीच श्रीरामनवमी पूजा की रश्मअदायगी भर हुई।
धनबाद क्लब से जरूरमदों को हो रही भोजन की सप्लाई
धनबाद क्लब में प्रतिदिन 500 जरूरतमंद लोगों के लिए दोपहर का भोजन बनाया जा रहा है। क्लब के सचिव संजीव बियोत्रा ने बताया कि लॉकडाउन अवधि में जिले के कई क्षेत्रों में जरूरतमंद लोगों के लिए उपायुक्त अमित कुमार के निर्देश पर क्लब के रसोईघर से प्रतिदिन दोपहर में 500 लोगों के लिए खाना बनाकर बॉक्स में पैक कर वितरित किया जाता है। क्लब के वरीय उपाध्यक्ष योगेंद्र नाथ नरूला, उपाध्यक्ष नंदलाल अग्रवाल, सह सचिव विशाल गंडोत्रा, कोषाध्यक्ष यमेश त्रिवेदी के नेतृत्व में स्वच्छता के साथ दीपक घोष, अमित झा, प्रफुल्ल मंडल, सुलेमान अंसारी, चंदन प्रसाद, अमित किशोर, राजेश बहादुर, विजय हाड़ी, लक्ष्मन बहादुर, मनोज पासवान सुबह 10 बजे से भोजन बनाना आरंभ करते हैं जो 2 घंटे में तैयार हो जाता है। इसमें मिक्स वेजिटेबल खिचड़ी, चावल, भुजिया, सब्जी, दाल और आज रामनवमी के दिन चावल, दाल और बुंदिया का वितरण किया गया। यह काम 25 मार्च से यहां प्रतिदिन चल रहा है। भोजन पैकेट पुटकी, बलिहारी, केंदुआ, गोधर, सरायढेला, मुरलीनगर, पीएमसीएच, रेलवे स्टेशन, पुराना रेलवे स्टेशन सहित अन्य बस्तियों में जाकर जरूरतमंदों के बीच वितरित किया जा रहा है।
पुलिस का संदेश-हम आपके लिए घर से बाहर हैं, आप घर में ही रहें
कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए धनबाद जिला पुलिस ने कुछ नए अंदाज में लोगों को घर में रहने का संदेश दिया है। गुरुवार दोपहर रणधीर वर्मा चौक पर एसएसपी किशोर कौशल, डीएसपी मुकेश कुमार, धनबाद इंस्पेक्टर संजीव तिवारी समेत दर्जनों पुलिसकर्मियों ने तख्ती लेकर कतार में खड़े थे। इस पर लिखा था- हम जनता की सुरक्षा के लिए घर से बाहर हैं। आप लोग घर में रहें और अपने परिवार की सुरक्षा करें। कार्यक्रम के दौरान सभी पुलिसकर्मी फुल शर्ट पहने हुए थे और लोगों से भी फुल शर्ट पहनने की अपील की । कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव को कम करने के लिए आम जनता भी फुल बाह का शर्ट पहनें। साबुन से हाथ धोएं। सैनिटाइजर का प्रयोग करें।
15 अप्रैल से सभी ट्रेनों का परिचालन मुश्किल
लॉकडाउन के चलते 14 अप्रैल तक ट्रेनें बंद हैं। 15 अप्रैल से ट्रेनें पटरी पर लौट सकती हैं। 21 दिनों के लॉकडाउन के बाद हजारों यात्री ट्रेनों में सफर के लिए उमड़ेंगे। इसके मद्देनजर रेलवे विकल्प तलाश रही है। रेल अधिकारियों के अनुसार, 15 अप्रैल से एक साथ सभी ट्रेनों के चलने की संभावना कम है। भीड़ नियंत्रण के लिए अलग-अलग रूटों की ट्रेनों को अलग-अलग दिन चलाने का निर्णय लिया जा सकता है। ऐसी भी संभावना है कि ट्रेनों की बुकिंग के अनुसार उन्हें चलाया जाएगा। जिस ट्रेन की बुकिंग ज्यादा है, उसे चलाया जाएगा और कम बुकिंग वाले ट्रेनों को नियमित न चलाकर उनके फेरे में कटौती की जा सकती है। जिन ट्रेनों को यात्री नहीं मिल रहे हैं, उन्हें फिलहाल बंद भी रखा जा सकता है। लॉक डाउन की वजह से 14 अप्रैल की रात 12 बजे तक ट्रेनें रद हैं। 15 से ई टिकट की बुकिंग चल रही है। पर आधिकारिक तौर पर इसकी घोषणा नहीं हुई है कि 15 से ट्रेनें चलेंगी। अधिकारियों का कहना है, इससे जुड़ा निर्णय रेलवे बोर्ड स्तर पर लिया जाएगा।