Top Dhanbad News of the day, Sunday, 4th October, 2019, दुष्कर्म का आरोपी, हिंदू-मुस्लिम एकता, साख बचाने में जुटा जदयू , मजदूरों ने बचाई जान, पाकिस्तानी शरणार्थी
दुष्कर्म के आरोपी की शिनाख्त नहीं। हिंदू-मुस्लिम एकता की बेमिसाल नजीर। जदयू को साख बचाने की चुनौती। 20 कर्मियों ने भागकर जान बचाई। पाकिस्तानी शरणार्थी ने रावण दहन की शुरुआत की।
धनबाद, जेएनएन। 24 घंटे बाद भी दुष्कर्म के आरोपी की शिनाख्त नहीं हो सकी है। न्यू स्टेशन रेलवे कॉलोनी दुर्गा पूजा हिंदू-मुस्लिम एकता की बेमिसाल नजीर है। जदयू के सामने अपनी प्रतिष्ठा बचाने की चुनौती है। कोलियरी खदान में पानी निकालने के लिए तैनात 20 कर्मचारियों ने भागकर अपनी जान बचाई। पाकिस्तान से आए शरणार्थी ने सिंदरी में पहली बार रावण दहन की शुरुआत की थी।
24 घंटे बाद भी दुष्कर्म के आरोपी की शिनाख्त नहीं
भौंरा में आठ वर्षीय मासूम के साथ दुष्कर्म की घटना के 24 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। गिरफ्तारी तो दूर, अब तक दुष्कर्म के आरोपी की शिनाख्त नहीं हो पाई है। इधर, गिरफ्तारी नहीं होने पर लोगों का आक्रोश बढ़ रहा है। विभिन्न संगठनों ने संयुक्त बैठक कर 48 घंटे के अंदर अभियुक्त की गिरफ्तारी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
रेलवे कालोनी की पूजा कमेटी सद्भाव की बनी मिसाल
न्यू स्टेशन रेलवे कॉलोनी दुर्गा पूजा हिंदू-मुस्लिम एकता की बेमिसाल नजीर है। यहां दोनों समुदाय के लोग पूरी शिद्दत से पूजा में हिस्सा लेते हैं। 1966 मेंं यहां महामाई की पूजा शुरू हुई थी। तब से मुस्लिम समुदाय के लोग न केवल दुर्गा पूजा पंडाल बनाने में सहयोग करते हैं, बल्कि मूर्ति विसर्जन में भी शामिल होते हैं।
जदयू से सामने अब साख बचाने की चुनौती
कभी बाघमारा के इर्द-गिर्द घूमती जदयू की राजनीति के सामने अब साख बचाने की चुनौती है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार के करीबी और झारखंड जदूय के कद्दावर नेता जलेश्वर महतो 2009 तक बाघमारा के विधायक रहे। महतो दो बार पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष रहे। लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने जदयू के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर कांग्रेस के हाथ को थाम लिया। ऐसे में अब बाघमारा में जदयू के सामने प्रतिष्ठा बचाने की चुनौती है। इसके लिए धनबाद जिला जदयू ने कवायद शुरू कर दी है।
जलमग्न हुई अरलगड़िया खदान, 20 मजदूरों ने भागकर बचाई जान
धनबाद कोयलांचल में भूमिगत जलस्तर बढ़ने के कारण भूमिगत खदानों की सुरक्षा एक बड़ी चुनौती बन गई है। खदानों के अंदर से पानी निकालने के लिए जो मोटर पंप चल रहे हैं, वह हांफने लगे हैं। भागाबांध कोलियरी के अरलगडिय़ा छह नंबर पिट में पानी घुसने से खदान जलमग्न हो गया। इसके बाद पानी निकालने के लिए तैनात 20 कर्मचारियों ने भागकर अपनी जान बचाई।
पाकिस्तान से आए शरणार्थियों ने शुरू किया था रावण दहन
झरिया व इसके आसपास क्षेत्रों में विजयदशमी को रावण दहन की पंरपरा छह दशक से भी पुरानी है। देश विभाजन के दौरान पाकिस्तान से आए शरणार्थी चानन लाल लांबा व लीला राम सेठी ने सिंदरी में 1956 में पहली बार रावण दहन की शुरुआत की थी। तबसे सिंदरी में लगातार 63 वर्षों से रावण दहन महोत्सव का आयोजन हो रहा है।