Top Dhanbad News of the Day, 23th June 2020, कोरोना पॉजिटिव डॉक्टर, मंत्री पर मानहानि, जलाशय में डम्पिंग देख पूर्णिमा स्तब्ध, धर्म परिवर्तन पर बवाल, ई-गवर्नेंस घोटाला
झारखंड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने शिक्षा मंत्री को 25 जून तक का समय दिया है। इस तिथि तक फीस मामले की आदेश की प्रति जारी नहीं तो मंत्री समेत जैक सचिव पर मानहानि का मुकदमा दर्ज होगा।
धनबाद, जेएनएन। कोरोना पॉजिटिव डॉक्टर के संपर्क में आए चिकित्सक व इलाज कराने वाले मरीज दहशत में हैं। वादाखिलाफी को लेकर शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो समेत जैक सचिव पर मानहानि का मुकदमा दर्ज होगा। कांग्रेस विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने मोहलबनी जलाशय में बीसीसीएल की ओर से डंप किए जा रहे ओवरबर्डन को रोक दिया। विस्थापितों के लिए बसाए गए बेलगढिय़ा टाउनशिप में धर्म परिवर्तन को लेकर जमकर बवाल हुआ। ई-गवर्नेंस घोटाले में तत्कालीन नगर आयुक्त को बचाने की कोशिश में धनबाद नगर निगम के अधिकारी जुट गए हैं।
दहशत में हैं कोरोना पॉजिटिव डॉक्टर के संपर्क में आए लोग : कोरोना पॉजिटिव मिले निरसा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. एसके गुप्ता 18 जून को सिविल सर्जन कार्यालय आए थे। इसके बाद डॉ. गुप्ता अपने ससुराल झरिया भी गए थे। वहां उन्होंने खाना खाया था। इस दौरान वे लगातार निरसा सामुदायिक केंद्र भी जाते रहे। सरायढेला के कोला कुसमा स्थित अपने निजी क्लीनिक वरदान में भी मरीजों का इलाज करते रहे। अब उनके संपर्क में आने वाले करीब 70 लोगों की जांच की जा रही है। पता चला है कि स्वास्थ्य विभाग से जुड़े 38 लोगों के संपर्क में वे आए थे। सभी की जांच कराई जा रही है। इसमें आठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) के प्रभारी भी हैं। वही, डॉक्टर से इलाज करवाने वाले मरीज में दहशत में हैं।
शिक्षा मंत्री पर होगा मानहानि का मुकदमा : झारखंड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने शिक्षा मंत्री को 25 जून तक का समय दिया है। इस तिथि तक फीस मामले की आदेश की प्रति जारी नहीं तो शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो समेत जैक सचिव पर मानहानि का मुकदमा दर्ज कराने का निर्णय लिया है। मंगलवार को जिला इकाई की ऑनलाइन बैठक एसके सिन्हा की अध्यक्षता में हुई। इसमें 15 दिन पहले शिक्षा मंत्री के फीस से संबंधित आदेश पर भी चर्चा की गई। जिला सचिव इरफान खान ने कहा कि शिक्षा मंत्री ने चार महीने पहले बयान दिया था कि कोई भी स्कूल लॉकडाउन अवधि की फीस न लें। बाद में जब आदेश की प्रति मांगी गई तो उन्होंने कहा कि मानवता के आधार पर ऐसा कहा था। तब से लेकर आज तक सभी विद्यालय के पास मासिक ट्यूशन फीस जमा नहीं हो रहा है।
पूर्णिमा ने जलाशय में बीसीसीएल का ओवरबर्डन को रुकवाया : कांग्रेस विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने मोहलबनी जलाशय में बीसीसीएल की ओर से डंप किए जा रहे ओवरबर्डन को रोक दिया। इस मसले पर बीसीसीएल प्रबंधन से भी वार्ता की। इसके बाद विधायक ने बकायदा अपने ट्विटर हैंडल पर इसे पोस्ट भी किया। उन्होंने लिखा कि स्वच्छ जल और पर्यावरण के लिए तरसती झरिया में मोहलबनी का यह जलाशय एक मरुद्यान सा प्रतीत होता है। वस्तुतः यह जलाशय है किंतु समतल होने के कारण निकट के अधिकांश लोग इसके पानी का इस्तेमाल करते हैं। पिछले सप्ताह यहां से गुजरते हुए इस जलाशय में ओवरबर्डन की डम्पिंग होते हुए देखा तो स्तब्ध रह गयी।
बेलगढ़िया टाउनशिप में धर्म परिवर्तन पर बवाल : झरिया के विस्थापितों के लिए झरिया विहार के नाम से बसाए गए बेलगढिय़ा टाउनशिप में धर्म परिवर्तन को लेकर जमकर बवाल हुआ। स्थानीय लोगों ने यहां नवनिर्मित चर्च को घेर घंटों हंगामा किया। उनका आरोप है कि बेलगढिय़ा में धर्मांतरण की गतिविधियां काफी पहले से चल रही थीं। जिस जमीन पर चर्च बना है, वह भी छल से ली गई। दो दर्जन से अधिक परिवारों को ईसाई बनाया गया। सूचना पाकर सिंदरी विधायक इंद्रजीत महतो, विहिप के जिला मंत्री रमेश पांडेय समेत कई समर्थकों वहां पहुंचे। एक हजार से अधिक लोगों की भीड़ जमा हो गई। विधायक ने मामले की जानकारी लेकर लोगों से धैर्य बनाए रखने की अपील की। हालांकि उनके जाते ही आक्रोश में लोगों ने चर्च का धार्मिक चिह्न (क्रॉस) क्षतिग्रस्त कर दिया।
ई-गवर्नेंस घोटाले में तत्कालीन नगर आयुक्त को बचाने की कोशिश : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश के बाद भी धनबाद नगर निगम के अधिकारी अपने पूर्व नगर आयुक्त मनोज कुमार को कंप्यूटर घोटाले में बचाने में जुटे हैं। घोटाले को लेकर धनबाद थाने में जो प्राथमिकी दर्ज कराई गई है उसमें पूर्व नगर आयुक्त का नाम नहीं है। जबकि मुख्यमंत्री के आदेश पर ही प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। वर्ष 2016 में नगर निगम में ई-गवर्नेंस के तहत कंप्यूटर एवं अन्य उपकरणों की खरीद में घोटाले को लेकर सोमवार को तत्कालीन उप नगर आयुक्त अनिल कुमार यादव, सहायक सह भंडारपाल हरीशचंद्र पांडेय और सहायक सह लेखापाल अनिल कुमार पर प्राथमिकी हुई। इस प्राथमिकी में पूर्व नगर आयुक्त के नाम को गोल कर दिया गया है।