समीर मंडल हत्याकांड: पुलिस ने विहिप नेता समेत कई लोगों को हिरासत में लिया, चल रही पूछताछ Dhanbad News
जमीन कारोबारी समीर मंडल हत्याकांड में विश्व हिंदू परिषद नेता पंकज तिवारी और काशीटांड के खेमनारायण सिंह के अलावा एक अन्य को पुलिस ने पकड़ा है। इन तीनों से पूछताछ चल रही है।
जागरण टीम, धनबाद/झरिया: जमीन कारोबारी समीर मंडल हत्याकांड में विश्व हिंदू परिषद के नेता पंकज तिवारी और काशीटांड के खेमनारायण सिंह के अलावा कई अन्य को पुलिस ने हिरासत में लिया है। विकास कुमार सिंह, विकास कुमार, मुकेश कुमार, संजय जयसवाल और अमित से भी पुलिस हिरासत में पूछताछ कर रही है। मंगलवार को जमीन कारोबारी समीर मंडल की हत्या के बाद झरिया राजवाडी रोड स्थित विहिप नेता पंकज तिवारी के आवास में सरायढेला व झरिया पुलिस ने संयुक्त रूप से मंगलवार की देर रात छापेमारी की। सरायढेला थाने में उससे पूछताछ की जा रही है।
समीर ने संजय और पूर्व मुखिया से जान को बताया था खतरा: जमीन कारोबारी समीर मंडल ने नौ माह पहले अक्टूबर 2018 में कार्यपालक दंडाधिकारी मोहम्मद अजफर हसनैन के न्यायालय में सूचना आवेदन दिया था कि बरवाअड्डा के संजय जायसवाल एवं काशीटांड़ के पूर्व मुखिया खेम नारायण सिंह से उनकी जान का खतरा है। समीर मंडल के आवेदन का अध्ययन करने के बाद कार्यपालक दंडाधिकारी के न्यायालय ने उस आवेदन को जिला अभिलेखागार में रखने का आदेश दिया था। समीर मंडल ने न्यायालय को जब यह सूचना आवेदन दिया था, तब वह पाथरडीह में रहता था।
सूचना आवेदन में कहा गया कि काशीटांड़ गांव में उसने 23 डिसमिल जमीन ली थी। संजय जायसवाल एवं पूर्व मुखिया खेम नारायण सिंह दबाव डाल रहे थे कि वह जमीन उन लोगों के नाम पर लिख दें। उनकी बात नहीं मानने पर दो बार जानलेवा हमला किया गया था। इस बाबत 16 मई 2018 को बरवाअड्डा थाना में उन्होंने दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। फिर जानलेवा हमला किया गया था तो 26 अगस्त 2018 को दोबारा केस किया था। इन मुकदमों में खेम नारायण सिंह जेल गए थे। खेम नारायण सिंह के जेल जाने के बाद मुकदमा उठाने के लिए बार बार धमकी दी गई। हत्या करने की भी बात कही गई थी।
भाई ने पांच लोगों पर जताया संदेह: मृतक के भाई संतोष मंडल ने चार लोगों के खिलाफ संदेह व्यक्त किया है। उन्होंने सरायढेला थाना में दर्ज प्राथमिकी में किसी का नाम नहीं लिखा है। पुलिस से यह जरूर कहा है कि एक दिन पहले उनके भाई से टेलीफोन पर लंबी बकझक करने वाले मुकेश, काशीटांड़ के पूर्व मुखिया खेम नारायण सिंह, संजय जायसवाल, पंकज प्रसून तिवारी पर उन्हें शक है। उनके भाई ने विकास से कार्मिक नगर में पांच कट्ठा जमीन ली है। उससे भी पूछताछ हो तो कुछ बातें सामने आ सकती है।
पार्टनर ने कहा- किसी से नहीं थी दुश्मनी: समीर की हत्या की जानकारी मिलने के बाद ग्रामीण एसपी अमन कुमार, डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर मुकेश कुमार के अलावा कई पुलिस अफसर घटनास्थल पर गए। परिजनों के अलावा आसपास के लोगों से पूछताछ की। जमीन कारोबार में उनके पार्टनर अजय पासवान ने बताया कि समीर की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। वे लोग जमीन का जो भी कारोबार करते थे, सब विवादरहित होते थे। किसी से अदावत नहीं थी। कुछ महीने पहले बरवाअड्डा में एक जमीन को लेकर उनके साथ दो लोगों के बीच विवाद हुआ था। इसी कारण हमला हुआ था। बरवाअड्डा थाना में दो व्यक्तियों के खिलाफ मामला भी दर्ज करवाया गया था। समीर की हत्या से उनके परिजन हतप्रभ हैं। कुछ बोलने की हालत में नहीं है।
महज आठ महीने पहले हुई थी समीर मंडल की शादी: समीर मंडल की शादी महज आठ महीने पहले दिसंबर 2018 में हुई थी। पत्नी गर्भवती है। समीर मंडल मूल रूप से जामताड़ा के बेलवाड़ी थाना में नयाडीह गांव का रहनेवाला था। वह पहले धनबाद के पाथरडीह की लोको कॉलोनी में रहता था। पिता मथुरा मंडल रेल इंजन के चालक थे। अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं। इसी महीने की शुरुआत में समीर परिवार के साथ सरायढेला के वीर कुंवर सिंह नगर के निर्मला कुंज अपार्टमेंट्स के फ्लैट नंबर 302 में शिफ्ट हुआ था। उसी अपार्टमेंट में उसका पार्टनर अजय पासवान भी रहता है।
एक साथ जमीन का कई प्रोजेक्ट चला रहा था समीर: समीर मंडल जमीन की प्लॉटिंग व भवन निर्माण का काम करता था। फिलहाल उसका प्रोजेक्ट सरायढेला के बगुला क्षेत्र में चल रहा है। दुधानी में 70 डिसमिल जमीन पर प्लाटिंग का काम चल रहा है। बरवाअड्डा में 2 बीघा व गोविंदपुर के गायडहरा में भी जमीन की प्लाटिंग कर रहा था। राजगंज के खरनी और बरवाअड्डा के काशीटांड़ में भी उसने नए प्रोजेक्ट के लिए जमीन ली थी।