Dhanbad Lockdown Day 9: श्री रामनवमी पर पहली बार सड़कों नहीं उमड़ा जनसैलाब, रांची भेजा गया 22 संदिग्धों का लिया गया सैंपल
श्री रामनवमी पर श्री राम और श्री हमुमान के भक्तों की भीड़-जय श्री राम... जय श्री हनुमान... के नारे जोर-जोर से लगाते हुए चलते हैं। इस बार ऐसा कुछ नहीं दिख रहा है।
धनबाद, जेएनएन। India Lockdown का आज (गुरुवार) नाैवां दिन है। लॉकडाउन के बीच गुरुवार को श्री रामनवमी मनाई गई। इस माैके पर हर साल धनबाद की गलियों और सड़कों पर श्रीराम भक्तों की भीड़ नहीं उमड़ी। श्रीरामनवमी पर मोहल्ले-मोहल्ले से अखाड़ा निकलता है तो उसके पीछे जनसैलाब उमड़ता है। भक्तों की भीड़-जय श्री राम... जय श्री हनुमान... के नारे जोर-जोर से लगाते हुए चलते हैं। इस बार ऐसा कुछ नहीं दिखा। अनुशासित ढंग से लोग एक-एक कर श्री राम और श्री हनुमानजी के मंदिरों में पहुंच कर पूजा-अर्चना कर घर को लाैट गए। एक तरह कोरोना वायरस के खौफ के बीच श्रीरामनवमी पूजा की रश्मअदायगी भर हुई।
श्रीरामनवमी पर निकलने वाले अखाड़ों के कारण विधि-व्यवस्था को बनाए रखना पुलिस के सामने बहुत बड़ी चुनाैती होती है। थाना स्तर पर शांति समिति की बैठक कर विधि व्यवस्था को बनाए रखने के लिए कदम उठाए जाते हैं। इस बार कोरोना वायरस के चेन को तोड़ने के लिए लॉकडाउन चल रहा है। प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने शारीरिक दूरी का पालन करने करने की अपील की है। कोरोना के कारण हर कोई डरा-डरा सा है। इस कारण कोई भी जोखिम लेने के मूड में नहीं है। अखाड़ और जुलूस नहीं निकलने के कारण पुलिस भी सुकून महूस कर रही है।
धनबाद स्टेशन रोड स्थित श्री हनुमान मंदिर पर श्रीरामनवमी के माैके पर सुबह से रात तक मेला-सा नजारा रहता है। यहां बड़ा आयोजन होता है। इस बार शांति और अनुशासन के साथ पूजा हुई। भीड़ न लगे इसे ध्यान में रखते हुए पुलिस बल तैनात है। लोग आ रहे हैं। पूजा करने और प्रसाद चढ़ाने के बाद हाथ जोड़कर श्री राम और श्री हनुमान से प्राथर्न कर रहे हैं- हे भगवान, इस कोरोना का नाश करो !
67 संदिग्धों को क्वारंटाइन पर
2 अप्रैल 2020 को सदर अस्पताल में 67 संदिग्धों को क्वारंटाइन में रखा गया। 7 लोगों की क्वारंटाइन अवधि समाप्त हुई। प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर 398 संदिग्धों को क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया। 134 लोगों की क्वारंटाइन अवधि समाप्त हुई। होम क्वारंटाइन में 3924 को रखा गया और 3924 का स्टैंपिंग किया गया। 22 संदिग्ध का सैंपल जांच के लिए राजेन्द्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, डिपार्टमेंट ऑफ माइक्रोबायोलॉजी, रांची भेजा गया।