Sameer Mondal Murder Case: तीन दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली, सीसीटीवी फुटेज से भी मदद नहीं Dhanbad News
समीर के पार्टनर अजय पासवान से भी पूछताछ हुई। पुलिस को संदेह है कि हत्यारे स्थानीय हैं। हत्या के बाद आठ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी।
धनबाद, जेएनएन। कार्मिक नगर में दिल्ली पब्लिक स्कूल के पास जमीन कारोबारी समीर मंडल की हत्या के मामले में पुलिस छानबीन में लगी है। हालांकि कोई ठोस सुराग हाथ नहीं आया है। रणधीर वर्मा चौक के सीसीटीवी फुटेज में दोनों शूटर बाइक पर दिखे थे। सिटी सेंटर के फुटेज में इन्हें देखा गया। पुलिस इनकी पहचान में जुटी है।
उधर समीर के पार्टनर अजय पासवान से भी पूछताछ हुई। पुलिस को संदेह है कि हत्यारे स्थानीय हैं। हत्या के बाद आठ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी। गुरुवार को पीआर बांड पर विहिप नेता पंकज प्रसून तिवारी, विकास सिंह और विकास कुमार को छोड़ दिया गया। कांशीटांड़ के पूर्व मुखिया खेमनारायण सिंह, झरिया के मुकेश यादव, धैया निवासी विकास, हाउसिंग कॉलोनी निवासी संजय जायसवाल और उसके मुंशी नौशाद को अभी हिरासत में हैं। बता दें कि 23 जुलाई को समीर को गोली मार दी गई थी।
ग्रामीण एसपी अमन कुमार, डीएसपी (विधि व्यवस्था) मुकेश कुमार ने अजय से गुरुवार को घंटों पूछताछ की। अजय व समीर ने कहां-कहां जमीन खरीदी, किस जमीन में विवाद था- इसकी जानकारी ली। अजय से पूछताछ में पुलिस को जमीन संबंधी कई अन्य विवाद का पता चला। पुलिस को संदेह है कि समीर की हत्या स्थानीय अपराधियों ने की। सुराग के लिए रणधीर वर्मा चौक, सिटी सेंटर, रांगाटांड़, सरायढेला इलाकों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए हैं।
टेक्निकल सेल से मिले सुराग पर काम कर रही जांच टीमः घटना के दिन समीर कहां-कहां गया था, किस-किससे मोबाइल पर बातचीत हुई, इसके डिटेल्स निकाले गए हैं। एक दर्जन से अधिक संदिग्ध नंबर मिले हैं। इनके टावर लोकेशन का पता किया जा रहा है। जिनके खिलाफ समीर ने बरवाअड्डा थाने में शिकायत की, उनसे पूछताछ के बाद भी किसी नतीजे पर विशेष टीम नहीं पहुंची है। समीर ने जिनके खिलाफ मुकदमा किया, उस केस की स्थिति जानकारी ली गई है। यही कारण है कि संजय जायसवाल तथा खेमनारायण सिंह अभी हिरासत में हैं।
समीर हत्याकांड में पुलिस पार्टनर अजय समेत कुछ लोगों से पूछताछ कर रही है। जमीन विवाद से जुड़े सभी मामलों को खंगाला जा रहा है। जल्द ही हम नतीजे पर पहुंचेंगे। घटना में बाहर के नहीं बल्कि लोकल अपराधियों का हाथ है।
-किशोर कौशल, एसएसपी, धनबाद