जिले भर में 10 हजार से अधिक वाहनों में नंबर प्लेट नहीं, रजिस्ट्रेशन स्मार्ट कार्ड भी नहीं Dhanbad News
हालांकि इसमें वाहन मालिकों का कोई कसूर नहीं है। नंबर प्लेट लेने के लिए लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। वजह यह है कि इसके लिए जिले में एक ही एजेंसी को कार्य सौंपा गया है।
शशिभूषण राय, धनबाद: जिले के 10 हजार छोटे-बड़े वाहनों में नंबर प्लेट नहीं है। इतना ही नहीं, इन वाहन मालिकों के पास रजिस्ट्रेशन स्मार्ट कार्ड भी नहीं है। बिना नंबर प्लेट और रजिस्ट्रेशन के सड़कों पर चलना न केवल गैरकानूनी है, बल्कि परिवहन नियम का उल्लंघन भी है।
वाहन मालिकों का कसूर नहीं: हालांकि इसमें वाहन मालिकों का कोई कसूर नहीं है। दरअसल प्रत्येक वाहनों में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। बगैर इसके वाहन मालिकों को रजिस्ट्रेशन स्मार्ट कार्ड भी नहीं मिल रहा है। नंबर प्लेट लेने के लिए लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। वजह यह है कि इस कार्य के लिए जिले में एक ही एजेंसी को कार्य सौंपा गया है। किन कारणों से वाहन मालिकों को नंबर प्लेट मिलने में देरी हो रही है, यह शोरूम को भी पता नहीं है। एजेंसी कौन है, उसका कार्यालय कहां है, परिवहन विभाग को तो पता भी नहीं है। इस पूरी प्रक्रिया में अगर किसी को परेशानी और जुर्माने का डर सता रहा है, तो वह सिर्फ वाहन चालक हैं।
ये है नंबर प्लेट लगाने की प्रक्रिया: हाई सिक्यूरिटी नंबर प्लेट वाहनों में लगाना अनिवार्य है। शोरूम से वाहन खरीदने के बाद वाहन मालिकों के द्वारा रजिस्ट्रेशन शुल्क जमा किया जाता है। इसके बाद वाहन का नंबर मिलता है। स्मार्ट कार्ड शुल्क और रजिस्ट्रेशन शुल्क की छायाप्रति के साथ वाहन का नंबर शोरूम को दिया जाता है। इसके बाद नंबर प्लेट की प्रकिया की जाती है। वाहन में नंबर प्लेट लगने के बाद इस प्लेट पर अंकित छह अंकों का एक यूनिक लेजर कोड दिखाने के बाद ही रजिस्ट्रेशन स्मार्ट कार्ड मिलेगा। बिना यूनिक कोड के स्मार्ट कार्ड मिलना संभव नहीं है।
यहां हो रही है परेशानी: वाहन मालिक रजिस्ट्रेशन शुल्क तथा स्मार्ट शुल्क जमा करने के बाद नंबर प्लेट के लिए जब शोरूम पहुंच रहे हैं, तो वहां उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। इससे स्मार्ट कार्ड भी नहीं मिल पा रहा है। नंबर प्लेट के इंतजार में वाहन मालिक बिना नंबर प्लेट और स्मार्ट कार्ड के वाहन चला रहे हैं।
चल रहा है जेएच 10 बीएक्स, बीडब्ल्यू सीरीज वाले कर रहे नंबर प्लेट का इंतजार: जेएच 10 बीएक्स सीरिज का नंबर फिलहाल चल रहा है। जबकि जेएच10 बीडब्ल्यू सीरीज वाले वाहन मालिक नंबर प्लेट लगने का इंतजार कर रहे हैं। हीरापुर के रहने वाले मनोज कुमार ने बताया कि पैशन बाइक खरीदी है। बीडब्ल्यू में नंबर मिला है। 27 दिन हो गए, लेकिन अभी तक नंबर प्लेट नहीं मिला है। वहीं जय प्रकाश नगर अमित कुमार ने सुपर स्पलेंडर खरीदा है, नंबर भी मिल गया है। 24 दिन से अधिक हो गया कई बार शोरूम गए, लेकिन अभी तक नंबर प्लेट नहीं मिला। यह तो महज एक बानगी है। ऐसे करीब 10 हजार से भी अधिक लोग हैं, जो बगैर नंबर प्लेट और आरसी स्मार्ट कार्ड के चल रहे हैं।
जिला परिवहन अधिकारी ओमप्रकाश यादव का कहना है कि शोरूम से नंबर प्लेट के साथ ही वाहन निकलना है। बगैर नंबर प्लेट और रजिस्ट्रेशन स्मार्ट कार्ड के वाहन चलाना गैरकानूनी है। ऐसे वाहनों पर सख्त कार्रवाई करते हुए जुर्माना लिया जाएगा।