IIT ISM: झारखंड स्कूल इनोवेशन चैलेंज की चैंपियन बनी डीबीएमएस इंग्लिश स्कूल जमशेदपुर की टीम
आइआइटी आइएसएम के नरेश वशिष्ठ सेंटर फार टिंकरिंग एंड इनोवेशन (एनसीवीटीआइ) की ओर से राज्य के स्कूली छात्रों के लिए आयोजित झारखंड स्कूल इनोवेशन चैलेंज 2022 की चैंपियन डीबीएमएस इंग्लिश स्कूल जमशेदपुर के समर्थ पांडे और प्रियांश पांचाल की टीम बनी।
जागरण संवाददाता, धनबाद: आइआइटी आइएसएम के नरेश वशिष्ठ सेंटर फार टिंकरिंग एंड इनोवेशन (एनसीवीटीआइ) की ओर से राज्य के स्कूली छात्रों के लिए आयोजित झारखंड स्कूल इनोवेशन चैलेंज 2022 की चैंपियन डीबीएमएस इंग्लिश स्कूल जमशेदपुर के समर्थ पांडे और प्रियांश पांचाल की टीम बनी।
शुक्रवार को आइआइटी परिसर में राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के विजेताओं की घोषणा की गई। इस अवसर पर आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बीसीसीएल के निदेशक (तकनीकी) संजय कुमार सिंह एवं विशिष्ट अतिथि आइआइटी के निदेशक प्रो.राजीव शेखर उपस्थित हुए। ग्रैंड फिनाले में डीबीएमएस इंग्लिश स्कूल जमशेदपुर के समर्थ पांडे और प्रियांश पांचाल की टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। फर्स्ट रनरअप का पुरस्कार एसडीएसएम स्कूल फार एक्सीलेंस जमशेदपुर के हर्ष रंजन, युवराज हर्ष एवं समीर कुमार की तीन सदस्यीय टीम को मिला। इसी तरह द्वितीय उपविजेता का पुरस्कार डीएवी पब्लिक स्कूल टीटीपीएस ललपनिया के कुमार दिव्यांश को मिला।
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राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में चौथा स्थान डीएवी पब्लिक स्कूल सीसीएल गिरिडीह के रौशन राज, यश आनंद, विपुल अंबष्ठ एवं प्रिंस राज की चार सदस्यीय टीम ने जीता। पांचवां स्थान दिल्ली पब्लिक स्कूल धनबाद की एंजल प्रिया, अक्षिता सुमन और देवांशी की टीम को मिला। इस प्रतियोगिता में राज्य के 260 से अधिक स्कूलों के छात्रों ने हिस्सा लिया था।
चैंपियन टीम ने बनाया स्मार्ट विजन
- राज्य चैंपियन टीम ने स्मार्ट विजन नामक एक उत्पाद विकसित किया है। यह बिना बाहरी मदद के नेत्रहीन लोगों को स्वतंत्र रूप से चलने में मदद करने के लिए सेंसर से लैस एक गाॅगल है।
- फर्स्ट रनरअप टीम ने एक स्वचालित स्नाइपर गन विकसित की है। यह 360 डिग्री में दुश्मन की पहचान करने और उसे मार गिराने में सक्षम है। रक्षा क्षेत्र में इसका बहुत अच्छा अनुप्रयोग है।
- सेकंड रनरअप टीम ने सेंसर से लैस स्मार्ट व्हील चेयर बनाया है। यह एक ऐसा उपकरण है, जो बुजुर्गों को उनके बाॅडी पॉश्चर यानी आसन के आधार पर ले जाता है और बाधाओं से भी बचाता है। स्वास्थ्य क्षेत्र में इसका बहुत अच्छा अनुप्रयोग होगा।