IIT ISM के छात्रों की पहल ने लूटी वाहवाही, किया मेगा रक्तदान शिविर का आयोजन, 6 घंटे में जमा हुआ 393 यूनिट खून
आइआइटी आइएसएम के छात्रों की संस्था फास्ट फारवर्ड इंडिया (एफएफआइ) की ओर से आयोजित महा रक्तदान शिविर में धनबादवासियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस बार मात्र छह घंटे में 393 यूनिट रक्त संग्रह किया गया जो अब तक का रिकॉर्ड है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। आइआइटी आइएसएम के छात्रों की संस्था फास्ट फारवर्ड इंडिया (एफएफआइ) ने रक्दान करने में रिकार्ड कायम कर दिया। मात्र छह घंटे में 393 यूनिट रक्त संग्रह किया। पिछले एक दशक से एफएफआइ साल में दो बार महा रक्तदान शिविर का आयोजन करते आ रहा है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर एफएफआइ ने एक साथ चार जगह महारक्तदान शिविर का आयोजन किया। आइआइटी आइएसएम धनबाद की संस्था फास्ट फारवर्ड इंडिया सेंटर फार सोसाइल मिशन के तहत कार्य कर रही है।
छात्रों ने किया रिकॉर्ड रक्त का संग्रह
शहर के चार प्रमुख स्थान हेल्थ सेंटर आइआइटी आइएसएम धनबाद, गुरुकृपा साईं मोटर्स सरायढेला, नगर निगम बैंकमोड़ और द्वारिकादास जालान मेमोरियल अस्पताल सिटी सेंटर के नजदीक शिविर का आयोजन हुआ। दोपहर बाद रक्तदान करने वालों की अधिक संख्या के कारण रक्तदान की समय सीमा बढ़ा दी गई थी।
इस बार के महा रक्तदान शिविर के दौरान चारों स्थल से कुल 393 यूनिट का रिकार्ड रक्त का संग्रहण किया गया। यह अभी तक के महा रक्तदान शिविर का सर्वाधिक है। रक्तदान के बाद रक्तदाता ने अपने अनुभव भी फास्ट फारवर्ड इंडिया की टीम के साथ साझा किए। सभी रक्तदाताओं को प्रेरित करने के उद्देश्य से रक्तदान के पश्चात उन्हें उपहार भी भेंट किए गए।
शिविर में धनबादवासी बढ़-चढ़कर लेते हैं हिस्सा
फास्ट फारवर्ड इंडिया के अनुसार, इस प्रकार के सामाजिक कार्य में प्रतिभाग करने से व्यक्ति एक सभ्य समाज के निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान आवश्यक रूप से दे रहे। यहां बता दें कि फास्ट फारवर्ड इंडिया प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य पर सामाजिक पहल के तौर पर शिविर का आयोजन करती है।
सदस्यों के अनुसार प्रत्येक वर्ष धनबादवासी महा रक्तदान में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हैं और शिविर को सफल बनाते हैं। हम इसी लक्ष्य के साथ कार्य करते हैं कि हम अधिक से अधिक जरूरतमंद तक पहुंच सकें और जनकल्याण में अपना योगदान प्रदान कर सकें।
2007 से अनवरत जारी है रक्तदान
आइआइटी आइएसएम के छात्रों का संगठन फास्ट फारवर्ड इंडिया (एफएफआइ) रक्तदान शिविर का आयोजन करता आ रहा है। 2007 से शुरू यह सिलसिला आज भी अनवरत जारी है। कितने छात्र आए और पढ़ाई पूरी कर चले गए, लेकिन एफएफआइ का यह पुण्य काम आज तक नहीं रुका। सीनियर अपने जूनियर को रक्तदान की जिम्मेवारी सौंप आगे बढ़ जाते हैं। एफएफआइ रक्तदान कर प्रत्येक वर्ष लगभग एक हजार लोगों की जान बचा रहा है।
देश के कई शहरों के अस्पतालों को संगठन ने पहुंचाया रक्त
रक्त की कमी पूरी करने के लिए एफएफआइ वर्ष में छह से आठ बार लगाते हैं रक्तदान शिविर। रक्तदान शिविर के माध्यम से प्रत्येक वर्ष औसतन एक हजार से 1500 यूनिट इकट्ठा होता है रक्त। संगठन से जुड़े आइएसएम के एक हजार से अधिक छात्र देश के किसी भी कोने में रक्तदान को रहते हैं तैयार। पिछले एक दशक में संगठन के सदस्यों ने दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरु, चेन्नई, वेल्लोर, भुवनेश्वर, नागपुर, बोकारो, रांची और दुर्गापुर के अस्पतालों में जाकर मरीजों को दिया रक्त।
ये भी पढ़ें- सहेली के लिए अफ्रीका से झुमरीतिलैया पहुंची इशवाक, साड़ी में की मां सरस्वती की पूजा, फेसबुक पर हुई थी दोस्ती