आलू की थोक और खुदरा कीमतों में पांच रुपये तक का अंतर... एक-दो दिन में बाजार में आ जाएगा नया आलू
जिस तरह फलों का राजा आम है उसी तरह सब्जियों का राजा आलू है। घर में कुछ दिखे या ना दिखे मगर हर घर में आलू व प्याज आसानी से नजर आ जाएंगे। हरी सब्जियों में लाख गुण होने के बावजूद भोजन की थाली बिना आलू अधूरी है।
संवाद सहयोगी, झरिया (धनबाद): जिस तरह फलों का राजा आम है, उसी तरह सब्जियों का राजा आलू है। घर में कुछ दिखे या ना दिखे, मगर हर घर में आलू व प्याज आसानी से नजर आ जाएंगे। हरी सब्जियों में लाख गुण होने के बावजूद ज्यादातर लोगों के भोजन की थाली बिना आलू अधूरी है।
इस वर्ष आलू का भाव विगत वर्ष की तुलना में कम है, लेकिन थोक व खुदरा बाजार में आलू और प्याज की कीमतों में लगभग पांच रुपये तक का अंतर देखने को मिल रहा है। यही वजह है कि झरिया बाजार में भाव कम होने का फायदा खुदरा दुकानदार उठा रहे हैं। हालांकि दुकानदारों का कहना है कि माल लाने से लेकर उसे बेचने तक में महज दो रुपये प्रति किलो का मार्जिन रह जाता है। आलू सड़ने की वजह से नुकसान भी होता है। व्यवसायियों के अनुसार, इस वर्ष बिहार के समस्तीपुर के आलू की मांग बढ़ी है।
थोक में सादा आलू 18 रुपये, लाल आलू 24 का
झरिया के थोक व्यापारी अमित साव ने बताया कि बाजार में सादा आलू थोक में 18 रुपये प्रति किलो और लाल आलू 19 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है। प्याज थोक बाजार में 17 रुपये प्रति किलो की दर से उपलब्ध है। वहीं खुदरा बाजार में सादा आलू 22 रुपये प्रति किलो, लाल आलू 24 रुपये व प्याज 24 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है।
दुर्गा पूजा में बाजार में आ जाएगा छत्तीसगढ़ का नया आलू
आलू प्याज के थोक व्यापारियों ने बताया कि हर वर्ष दुर्गा पूजा से पहले ही नया आलू खुदरा बाजार में पहुंच जाता था, लेकिन इस वर्ष दुर्गा पूजा एक माह पहले ही आ जाने से नए आलू के बाजार में आने में देरी हुई। हालांकि एक-दो दिन में छत्तीसगढ़ के नए आलू का स्वाद लोगों को चखने को मिलेगा। व्यापारियों ने बताया कि इन दिनों यूपी, बिहार और बंगाल से रोज पांच गाड़ी आलू झरिया के थोक मंडी में पहुंच रहे हैं। वहीं यूपी से प्याज की रोजाना तीन से चार गाड़ी थोक मंडी में आ रही है।