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Jharkhand Unlock 7.0: बिहार में भक्तों के लिए खुल गए भगवान के दरवाजे, जानें झारखंड में क्या चल रही तैयारी

Jharkhand Unlock 7.0 कोरोना की दूसरी लहर से बचाव के लिए झारखंड सरकार ने 22 अप्रैल 2021 को राज्य में स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह ( Mini Lockdown) लागू की। इसके बाद 3 जून से राज्य में अनलॉक शुरू हुआ है। मंदिरों को छोड़कर तमाम चीजों को अनलॉक किया जा चुका है।

By MritunjayEdited By: Published: Fri, 27 Aug 2021 07:35 PM (IST)Updated: Fri, 27 Aug 2021 08:08 PM (IST)
Jharkhand Unlock 7.0: बिहार में भक्तों के लिए खुल गए भगवान के दरवाजे, जानें झारखंड में क्या चल रही तैयारी
बाबा बैद्यनाथ मंदिर में जलाभिषेक करता पंडा ( फाइल फोटो)।

जागरण संवाददाता, धनबाद। झारखंड के पड़ोसी राज्य बिहार में लंबे अंतराल के बाद मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा समेत तमाम धार्मिक स्थल श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। अनलॉक के तहत लिए गए निर्णय के बाद 26 अगस्त से बिहार के धार्मिक स्थल गुलजार हो गए। भगवान का दरवाजा भक्तों के खुल गया है। इसी के साथ अब पड़ोसी राज्य झारखंड में भी धार्मिक स्थल भक्तों के लिए खोले जान की उम्मीद बढ़ गई है। देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ मंदिर और बासुकीनाथ स्थित बाबा बैद्यनाथ मंदिर को खोलने के लिए तो आंदोलन शुरू हो गया है। झारखंड में अभी अनलॉक 6.0 चल रहा है। इसके तहत दिशा-निर्देश अगस्त माह के लिए जारी किए गए थे। आने वाले दो-तीन दिनों के अंदर झारखंड सरकार अनलॉक 7.0 के तहत सितंबर माह के लिए गाइडलाइन जारी कर सकती है। इसमें धार्मिक स्थलों के बाबत महत्वपूर्ण निर्णय हो सकता है। 

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झारखंड में 22 अप्रैल को शुरू हुआ था स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह 

झारखंड में 22 अप्रैल से स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह चल रहा है। 30 जुलाई को अंतिम बार राज्य आपदा प्रबंधन की बैठक रांची में मुख्यंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में हुई थी। इसमें राज्य में कोरोना की स्थिति की समीक्षा की गई। इसके बाद पहले जारी पाबंदियों में छूट देने का निर्णय लिया गया। अंतरराज्यीय बस सेवा शुरू करने का निर्णय लिया गया। तीन महीने से झारखंड से दूसरे राज्यों में बसों का बंद परिचालन शुरू हुआ। 

जारी है वीकेंड लॉकडाउन

30 जुलाई को लिए गए निर्णय के अनुसार अगस्त महीने में भी वीकेंड लॉकडाउन ( साप्ताहिक तालाबंदी) जारी है। Weekend Lockdown शनिवार की रात 8 बजे शुरू होकर सोमवार की सुबह 6 बजे तक चल रहा है। इस दाैरान आवश्यक सेवाओं (दूध, सब्जी, खाने-पीने का सामान, दवा आदि) को छोड़कर तमाम हाट-बाजार और दुकानें बंद रहती हैं।

झारखंड स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह (अनलॉक 6.0/ 30 जुलाई, 2021) गाइडलाइंस

  • सभी दुकानें 8 बजे रात कर खुल सकेंगी।
  • रेस्तरां और बार रात 10 बजे तक खुलेंगे
  • सभी सरकारी एवं निजी कार्यालय 100 फीसद मानव संसाधान के साथ खुल सकेंगे।
  • शनिवार की शाम 8 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक सभी दुकानें बंद ( आवश्यक सेवाओं को छोड़कर) रहेंगी।
  • सिनेमा हॉल, बार मल्टीप्लेक्स, रेस्तरां 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खुलेंगे।
  • क्लब भी खुलेंगे
  • सभी विद्यालयों और कॉलेजों में सभी शिक्षक और गैर शैक्षणिक कर्मी उपस्थित रहेंगे।
  • विद्यालय में कक्षा 9, 10, 11 और 12 खुल सकेंगे। ऑनलाइन शिक्षा जारी रहेगी। अभिभावक की अनुमति अनिवार्य होगी। अधिकतम 4 घंटे पढ़ाई होगी। 12 बजे तक पढ़ाई होगी।
  • कॉलेज में यूजी-पीजी की अंतिम वर्ष की कक्षा खुल सकेंगी। ऑनलाइन शिक्षा जारी रहेंगी। अधिकतम 4 घंटे पढाई होगी। 12 बजे तक। क्लास में भाग लेने के लिए विद्यार्थियों के लिए कम से कम एक टीका अनिवार्य।
  • ITI/ काैशल विकास केंद्र/ पॉलिटेक्निक खुल सकेंगे। ऑनलाइन शिक्षा जारी रहेगी। विद्याथियों के लिए कम से कम एक टीका अनिवार्य।
  • कोचिंग संस्थान में 18 वर्ष से अधिक के विद्यार्थियों के लिए कक्षा खुल सकेंगी। ऑनलाइन शिक्षा जारी रहेगी। कमरे में 50 प्रतिशत क्षमता का ही उपयोग किया जाएगा। विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए कम से कम एक टीका जरुरी।
  • खुले शैक्षणिक संस्थानों में विद्यार्थियों और शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों का समय-समय पर कोविड-19 टेस्ट किया जाएगा।
  • अन्य शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे।
  • आगंनबाड़ी केंद्र बंद रहेंगे। लाभुकों को घर-घर खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी।
  • खुली जगहों पर 100 व्यक्ति से अधिक के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध रहेगा।
  • बंद जगह पर 50 प्रतिशत क्षमता या 100 व्यक्ति, जो कम हो, से अधिक के एकत्रित होने पर प्रतिबंध रहेगा।
  • धार्मिक स्थल श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेंगे।
  • जुलूस पर रोक जारी रहेगी।
  • अंतरराज्यीय ( इंटर स्टेट बस) बस परिवहन की अनुमति दी गई।
  • राज्य सरकार/ भारत सरकार की संस्थाओं द्वारा आयोजित परीक्षा कराई जायेगी। राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा की भी अनुमति दी गई। कॉलेज में यूजी और पीजी की फाइनल ईयर परीक्षा की अनुमति दी ई।
  • मेला और प्रदर्शनी पर रोक जारी रहेगी।
  • स्विमिंग पूल बंद रहेंगे।
  • अब दूसरे राज्यों से आने के लिए ई-पास की आवश्यकता नहीं।
  • सार्वजनिक स्थान पर मास्क पहनना और सामाजिक दूरी बनाए रखना अनिवार्य।
  • आदेश उल्लंघन की स्थिति में आपदा प्रबंधन अधिनियम की सुसंगत धारा के के तहत प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई।
  • यह आदेश अगले आदेश तक प्रभावी रहेगा।

कोराना की दूसरी लहर रोकने के लिए शुरू हुआ था स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह

कोरोना की दूसरी लहर उठने के बाद संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए झारखंड में 22 अप्रैल, 2021 से स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह ( मिनी लॉकडाउन) शुरू हुआ। यह एक-एक सप्ताह के लिए बढ़ाया जाता रहा। कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होने के बाद 3 जून से झारखंड में अनलॉक शुरू हुआ। जैसे-जैसे कोरोना में कमी आई सरकार ने पाबंदियों में छूट देती गई। 30 जून को अनलॉक 5.0 गाइडलाइन जारी हुई थी। जुलाई महीने में कोई गाइडलाइन नहीं जारी हुई। 30 जून को जारी गाइडलाइंस ही जुलाई महीने में चलती रही। अब अगस्त महीने के लिए सरकार ने अनलाक 6.0 गाइडलाइंस ( Jharkhand Unlock 6.0 Guidelines) पर निर्णय लिया है। अब सितंबर महीना आ रहा है। इस महीने के लिए राज्य सरकार दो-तीन दिनों के अंदर गाइडलाइन जारी कर सकती है। उम्मीद की जा रही है कि इसमें बिहार की तरह झारखंड में भी धार्मिक स्थलों को खोलने की मांग सरकार निर्णय लेगी। 

बाबा बैद्यनाथ मंदिर न खुला तो बाजार बंद कराने की चेतावनी

देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ मंदिर खुलवाने को लेकर एक दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम शुक्रवार को पंडा धर्म रक्षिणी सभा की तरफ से किया गया। नेतृत्व महामंत्री कार्तिक नाथ ठाकुर ने किया। उन्होंने कहा कि मंदिर नहीं खुला तो सोमवार के बाद बाजार बंद करा देंगे। बताया कि पिछले दो साल से कोरोना संक्रमण को लेकर मंदिर आम श्रद्धालुओं के लिए पूरी तरह से बंद है। जिससे आसपास आश्रित दुकानदार पुरोहित फूल वाला ढोल वाला भंडारी भुखमरी के कगार पर आ गए हैं। देश में विभिन्न स्थानों के तीर्थ स्थल बस परिचालन रेल परिचालन सिनेमाघर मॉल एवं मस्जिद गिरजाघर आदि सभी स्थानों को खोल दिया गया है। मगर देवघर के बाबा बैद्यनाथ मंदिर को स्थानीय एवं आम श्रद्धालुओं के लिए नहीं खोला गया है। सरकार के द्वारा कोरोना काल में आर्थिक पैकेज की बात कही गई थी वह भी सहायता लोगों तक नहीं पहुंची अनाज वितरण मंदिर प्रबंधन की ओर से की जा रही है। उसमें भी भारी घपला बाजी किया जा रहा है। भिखारियों की तरह अनाज वितरण कराया जा रहा है। राज्य सरकार से हमारी मांग है कि वह जल्द से जल्द मंदिर को खोलें अन्यथा उग्र आंदोलन करने पर विवश होंगे। धरना में मंदिर आसपास स्थित दुकानदारों ने स्वेच्छा से अपनी अपनी दुकान बंद कर पूरब द्वार पर सभा के समर्थन में धरना में बैठै। दुकानदारों ने रैली भी निकाली।


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