अल्पसंख्यक विद्यालय से बदतर प्लस टू के शिक्षकों का हाल, 8 माह से वेतन का इंतजार Dhanbad News
माइनॉरिटी के करीब 100 शिक्षक व कर्मियों को पांच माह से वेतन नहीं मिला है। इसके अलावा संस्कृत व मदरसा के करीब पांच तथा करीब दस सेवानिवृत शिक्षक सेवानिवृति लाभ से वंचित हैं।
By Edited By: Published: Mon, 19 Aug 2019 11:49 PM (IST)Updated: Tue, 20 Aug 2019 02:58 AM (IST)
धनबाद, जेएनएन। जिले के प्लस टू शिक्षकों का वेतन करीब आठ माह से नहीं मिला है। केवल इतना ही नहीं इस सूचि में सेवानिवृत, माइनॉरिटी व अन्य शिक्षक व कर्मी भी शामिल हैं, जिनकी फाइलें डीइओ कार्यालय में अटकी है। समस्या से निजात दिलाने के लिए जिला माध्यमिक संघ सोमवार को डीइओ कार्यालय पहुंचे।
संघ के अध्यक्ष शिवदत्त तिवारी ने बताया कि उच्च विद्यालय एचई स्कूल के सेवानिवृत शिक्षक राम चरित्र चौधरी का निधन हो चुका है। लेकिन, अब तक उनके आश्रितों को सेवानिवृति का लाभ नहीं मिला। वहीं एक जनवरी 2006 से 2016 के पूर्व सेवानिवृत शिक्षकों के पेंशन का संशोधन होना है। सभी सेवानिवृत लोगों का संशोधित पेंशन महालेखाकार को भेजा जाना है। मगर अब तक निष्पादन नहीं हो पाया है। 10 अगस्त 2019 से डीइओ कार्यालय में 124 शिक्षकों की संचिका पड़ी हुई है। 333 शिक्षक प्रवरण वेतनमान के लाभ से वंचित हैं। जिले में करीब 60 शिक्षकों को आठ माह से वेतन नहीं मिला है। जबकि माइनॉरिटी के करीब 100 शिक्षक व कर्मियों को पांच माह से वेतन नहीं मिला है। इसके अलावा संस्कृत व मदरसा के करीब पांच तथा करीब दस सेवानिवृत शिक्षक सेवानिवृति लाभ से वंचित हैं।
संघ के अध्यक्ष शिवदत्त तिवारी ने बताया कि उच्च विद्यालय एचई स्कूल के सेवानिवृत शिक्षक राम चरित्र चौधरी का निधन हो चुका है। लेकिन, अब तक उनके आश्रितों को सेवानिवृति का लाभ नहीं मिला। वहीं एक जनवरी 2006 से 2016 के पूर्व सेवानिवृत शिक्षकों के पेंशन का संशोधन होना है। सभी सेवानिवृत लोगों का संशोधित पेंशन महालेखाकार को भेजा जाना है। मगर अब तक निष्पादन नहीं हो पाया है। 10 अगस्त 2019 से डीइओ कार्यालय में 124 शिक्षकों की संचिका पड़ी हुई है। 333 शिक्षक प्रवरण वेतनमान के लाभ से वंचित हैं। जिले में करीब 60 शिक्षकों को आठ माह से वेतन नहीं मिला है। जबकि माइनॉरिटी के करीब 100 शिक्षक व कर्मियों को पांच माह से वेतन नहीं मिला है। इसके अलावा संस्कृत व मदरसा के करीब पांच तथा करीब दस सेवानिवृत शिक्षक सेवानिवृति लाभ से वंचित हैं।
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