टीबी हारेगा देश जीतेगा अभियान 15 नवंबर से
धनबाद भारत से टीबी पूर्ण रूप से खत्म करने को लेकर 15 नवंबर से धनबाद में अभियान चलाया जाएगा। केंद्र सरकार ने टीबी हारेगा देश जीतेगा.. स्लोगन के साथ पूरे देश भर में इसे लागू किया है। शुक्रवार को इस बाबत जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. जफरुल्ला में सभी प्रभारी और पदाधिकारियों के साथ बैठक की।
धनबाद : भारत से टीबी पूर्ण रूप से खत्म करने को लेकर 15 नवंबर से धनबाद में अभियान चलाया जाएगा। केंद्र सरकार ने टीबी हारेगा, देश जीतेगा.. स्लोगन के साथ पूरे देश भर में इसे लागू किया है। शुक्रवार को इस बाबत जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. जफरुल्ला में सभी प्रभारी और पदाधिकारियों के साथ बैठक की। डॉ. जफरुल्ला ने बताया कि केंद्र सरकार ने 2025 तक देश से टीबी को खत्म करने का लक्ष्य बनाया है। पूरे देश में इसे लेकर अभियान चलाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी ने सभी जिलों के उपायुक्त और सिविल सर्जन को निर्देशित किया है। यह अभियान धनबाद जिले में 15 जनवरी तक चलाया जाएगा।
घर-घर होगा सर्वे, होगी जांच :
अभियान कार्यक्रम को लेकर जिले में घर-घर टीबी के मरीजों की जांच की जाएगी। इसके लिए एक मेडिकल टीम तैनात रहेगी, जो घरों में जाकर स्क्रीनिग करेगी। कोलियरी और स्लम एरिया में विशेष अभियान चलाया जाएगा। विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम चलाकर लोगों को जागरूक किया जाएगा। अभियान के तहत बताया जाएगा कि यदि दो हफ्ते से अधिक खांसी है तो इसकी जांच जरूर करवाएं। टीबी की जांच बेहद आसान है और यह नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध है। आठ माह से दो वर्ष तक खानी पड़ती है दवा :
शुरुआती दिनों में टीबी पकड़ आने के बाद मात्र छह से आठ महीने में दवा खाकर मरीज ठीक हो सकते हैं। यदि कोई मरीज दवा बीच में छोड़ देते हैं, तो वह मल्टीड्रग रेसिस्टेंट (एमडीआर) टीबी में तब्दील हो जाता है। ऐसे मरीजों को दो वर्ष तक दवाई खानी पड़ती है। दवा खाने के बाद मरीज पूरी तरह से ठीक हो जाते हैं। धनबाद में फिलहाल टीबी के लगभग तीन हजार मरीज हैं।