ईजे एरिया में रोज नौ हजार टन उत्पादन का लक्ष्य, जीएम ने कहा- मिल बैठकर सुलझाएंगे पुनर्वास की समस्या Dhanbad News
ईजे एरिया के नए जीएम गणेश चंद्र साहा ने कहा कि रोज नौ हजार टन उत्पादन करने से ही टारगेट को पूरा किया जा सकता है। साथ ही पुनर्वास की समस्या को बैठकर सुलझाया जाएगा।
धनबाद, जेएनएन। ईजे एरिया के नए जीएम गणेश चंद्र साहा पदभार ग्रहण करने के बाद से यहां कोयला उत्पादन के टारगेट को पूरा करने के लिए गंभीर है। मंगलवार को उन्होंने कहा कि एरिया में उत्पादन नगण्य स्थिति में है। 13 लाख टारगेट में मात्र चार हजार टन ही कोयले का उत्पादन हुआ है। नौ हजार टन उत्पादन तीन महीने में पूरा करना जरूरी है। रोज नौ हजार टन उत्पादन करने से ही टारगेट को पूरा किया जा सकता है। यह यूनियन के नेता, अधिकारी, कर्मी व आसपास के लोगों के सहयोग के बिना असंभव है।
जीएम गणेश चंद्र साहा ने कहा कि थ्री पिट ओसीपी का टारगेट आउटसोर्सिंग कंपनी ने अभी तक पूरा नहीं किया है। फोर ए पैच से लगभग एक लाख टन कोयला उत्पादन देना था। इसे भी आउटसोर्सिंग कंपनी ने पूरा नहीं किया है। हम आउटसोर्सिंग कंपनी की समस्या को समझकर उत्पादन बढ़ोतरी की कोशिश करेंगे। उत्पादन बढऩे से ही कंपनी के साथ मजदूरों व ग्रामीणों का विकास होगा।
उन्होंने कहा कि यहां के लोगों का पुनर्वास एक बड़ी समस्या है। इसे ग्रामीणों के साथ बैठकर सुलझाया जाएगा। भौंरा व सुदामडीह में नई पैच की शुरुआत करने के साथ ही अमलाबाद व पर्वतपुर से भी स्टील ग्रेड (11) का कोयला निकालने की योजना बनाई जा रही है। क्षेत्र में बंद कल्याणकारी कार्यों को उच्च अधिकारियों से वार्ता कर चालू कराने की कोशिश की जाएगी। भौंरा व सुदामडीह चिकित्सालय में डॉक्टरों की कमी दूर की जाएगी। मौके पर एपीएम जयंत कुमार भी थे।