Nizamuddin Markaz: मंत्री हाजी हुसैन के बेटे ने वीडियो जारी कर दी सफाई, कहा-1993 के बाद दिल्ली नहीं गया
तनवीर ने कहा कि सभी जानते हैं कि मधुपुर से बाहर नहीं गए। फिर भी इस तरह की अफवाह फैलाई जा रही है। यह दुखद है। इन अफवाहों के कारण जिले का पूरा प्रशासन आज परेशान है।
देवघर, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए झारखंड से निजामुद्दीन मरकज में शामिल होने वाले तब्लीगियों की तलाश हो रही है। इसी क्रम में राज्य के मंत्री हाजी हुसैन अंसारी के बेटे मो. तनवीर के भी निजामुद्दीन मरकज में शामिल होने की बात आ रही है। इसके बाद वह मधुपुर के एक नेत्र अस्पताल में क्वारंटाइन पर हैं। दूसरी तरफ मंत्री हाजी हुसैन अंसारी परिवार समेत होम क्वारंटाइन पर हैं। इस बीच मंत्री के बेटे तनवीर ने एक वीडियो जारी कर सफाई दी है। उन्होंने कहा है-निजामुद्दीन मरकज में शामिल होने की बात गलत है। 1993 के बाद दिल्ली ही नहीं गया हूं। सरकार किसी भी एजेंसी से जांच करा सकती है।
नई दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात में कथित तौर पर शामिल होने के कारण चर्चा में आये सूबे के मंत्री हाजी हुसैन के बेटे मो. तनवीर ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि वे ऐसे किसी भी जमात में शामिल नहीं हुए। सरकार चाहे तो इसकी जांच कर ले। तनवीर का कहना है कि वे अंतिम बार 1992-93 में दिल्ली गए, उसके बाद से कभी दिल्ली गए ही नहीं। पुलिस व प्रशासन के पास बड़ा तंत्र है। वे ट्रेन व प्लेन का डाटा मंगा लें। स्पष्ट हो जाएगा कि वे दिल्ली गए या नहीं। इतना ही नहीं उनके दुकान व घर में सीसीटीवी कैमरा लगा है। उसके पिछले एक माह के रिकॉर्ड को देख लिया जाय, इससे स्पष्ट हो जाएगा कि वे कहां थे। उनका हर दिन यहां के लोगों से मिलना जुलना है।
उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि वे बाहर नहीं गए। फिर भी इस तरह की अफवाह फैलाया जा रही है जो दुखद है। इन अफवाहों के कारण जिले का पूरा प्रशासन आज परेशान है। उन्हें क्वारंटाइन पर रखा गया है और इसमें वे पूरा सहयोग करेंगे। कहा कि उन्हें जहां रखा जाएगा वे आराम से रहेंगे। परेशानी उन्हें नहीं प्रशासन को हो रही है जिसका मुझे दुख है। पूरी जांच हो जाने पर सारी बात स्पष्ट हो जाएगी।