सुबह FIR-शाम-गिरफ्तारी, धनबाद पुलिस की फुर्ती के आगे स्कॉटलैंड पुलिस भी हो जाएगी पानी-पानी; जानिए
विधि विशेषज्ञों की मानें तो इस मुकदमे से ढुलू और उनके लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अदालत किसी आरोपी को इसी शर्त पर अग्रिम जमानत देती है कि वह केस के सूचक और गवाह को प्रभावित नह
धनबाद, जेएनएन। दुनिया भर में स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस का नाम है। चुस्ती-फुर्ती और त्वरित गति से अपराधियों को पकड़ने की जब भी बात चलती है तो लोग स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस से तुलना करते हैं। इन दिनों धनबाद पुलिस भाजपा के बाहुबली और सजायाफ्ता विधायक ढुलू महतो और उनके समर्थकों पर कार्रवाई में ऐसी चुस्ती-फुर्ती दिखा रही है कि अगर स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस को जानकारी मिले तो वह शर्म से पानी-पानी हो जाएगी।
भाजपा की पूर्व महिला पदाधिकारी का याैन उत्पीड़न करने का विधायक ढुलू पर आरोप है। इस मामले में विधायक भागते चल रहे हैं। कतरास की जिस महिला ने बाघमारा के भाजपा विधायक ढुलू महतो के खिलाफ यौन उत्पीडऩ का मुकदमा किया है, उसी के पति राजीव कुमार ने शनिवार को कतरास थाना में ढुलू के भाई शरद महतो उर्फ शत्रुघ्न महतो और बेहद करीबी चुनचुन गुप्ता समेत पांच लोगों पर केस किया। सुबह केस हुआ और शाम तक पुलिस ने चुनचुन को गिरफ्तार तक कोर्ट में पेश कर दिया। उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
कतरास थाना में दर्ज प्राथमिकी में कहा गया कि वह (शिकायतकर्ता) बाजार से सब्जी लेकर घर जा रहे थे। रास्ते में चुनचुन, शरद, भोला साव, शिवजी सिंह एवं चीकू सिंह ने घेर लिया और घसीटते हुए अपनी गाड़ी में बैठा लिए। कतरास सूर्य मंदिर के पास वह चिल्लाने लगे तो विधायक पर यौन शोषण का मुकदमा वापस नहीं लेने पर जान से मारने की धमकी दी गई। उन्होंने गाड़ी का दरवाजा खोल कर उतरने की कोशिश की तो शरद ने हाथ पकड़ लिया। वहीं शिवजी ने मुंह में पिस्टल घुसा दी। भोला ने पॉकेट से दो हजार रुपये निकाल लिए। चीकू ने सोने की चेन छीन ली।
विधि विशेषज्ञों की मानें तो इस मुकदमे से ढुलू और उनके लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अदालत किसी आरोपी को इसी शर्त पर अग्र्रिम जमानत देती है कि वह केस के सूचक और गवाह को प्रभावित नहीं करेगा। शनिवार को जो प्राथमिकी दर्ज की गई, उसमें कांड के सूचक को प्रभावित करने की बात है।
सुबह प्राथमिकी और शाम तक अभियुक्त की गिरफ्तारी को लेकर धनबाद पुलिस चर्चा में है। यह वही पुलिस है जो भाजपा सरकार के समय विधायक ढुलू पर हजार शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं करती थी। याैन उत्पीड़न जैसे मामले को धनबाद पुलिस एक साल तक दबाए रखी। हाई कोर्ट रांची के आदेश पर प्राथमिकी दर्ज करने को मजबूर हुई लेकिन विधायक की गिरफ्तारी नहीं हुई। झारखंड में भाजपा की सरकार जाने और झामुमो गठबंधन की सरकार बनने के बाद धनबाद पुलिस की भूमिका ही बदल गई है। लगता ही नहीं है कि यह वही पुरानी पुलिस है। यह सत्ता बदलने का परिणाम है।
राजीव कुमार की लिखित शिकायत के आलोक में जांच-पड़ताल की गई। इसके बाद चुनचुन को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। और आरोपितों में शरद, भोला समेत पांच शामिल हैं। जांच के बाद आगे की कार्रवाई होगी
-नितिन खंडेलवाल, डीएसपी, बाघमारा